22 जनवरी को नहीं होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा:चंपत राय बोले- अफवाह फैलाई गई

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(www.arya-tv.com)योध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को नहीं होगी। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के चंपत राय ने बताया कि अफवाह फैलाई गई है। रामलला की स्थापना को लेकर अभी भी मंथन चल रहा है। वहीं, काशी के पंडित ने अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति स्थापना के लिए 2 तारीखें दी हैं। भूमि पूजन करने वाले पंडित ने बताया, 22 जनवरी और 2 फरवरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कर सकते हैं। हालांकि तारीख अभी तय नहीं है।

दरअसल, शुक्रवार को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने ट्वीट करके 22 जनवरी 2024 को रामलला की मूर्ति स्थापित करने की जानकारी दी थी। इसके बाद रामलला के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि तारीख अभी तय नहीं हुई है। इस पर मंथन जारी है। राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है।

मई में ट्रस्ट कर सकता है घोषणा मई के अंतिम सप्ताह में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास का जन्मदिन है। इस अवसर पर ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ देश के अनेक बड़े संत और हिंदू नेताओं का आगमन होगा। ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल के अनुसार, यह समय हमारे लिए महत्वपूर्ण होगा। माना जा रहा है कि इस अवसर पर ट्रस्ट आपसी राय के बाद रामलला की मूर्ति स्थापित करने की तारीख की घोषणा कर सकता है।

ग्राउंड फ्लोर का 80% काम पूरा
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। ग्राउंड फ्लोर का 80% काम पूरा होने के बाद अब उसकी छत बनाई जा रही है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अक्षय तृतीया के मौके पर ट्विटर पर रामलला के दिव्य मंदिर की नई तस्वीरें जारी की थी। जिनसे मंदिर के स्वरूप का अंदाजा लगाया जा सकता है।

तस्वीरों के साथ लिखा था, ”कोटि-कोटि रामभक्तों द्वारा शताब्दियों तक किए गए अनवरत संघर्ष की परिणति के रूप में भगवान श्री रामलला का दिव्य मंदिर अब आकार लेता दिख रहा है। ‘

3 शिफ्ट में काम कर रहे हैं कर्मचारी
राम मंदिर का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। निर्माण में बड़ी संख्या में कारीगर लगे हुए हैं। यहां कर्मचारी 3 शिफ्ट में काम कर रहे हैं। लखनऊ-अयोध्या हाईवे को जोड़ने के लिए श्रीराम पथ का निर्माण हो रहा है। राम मंदिर की जो ताजा तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें तेजी से काम होता हुआ नजर आ रहा है। राम मंदिर को उसका स्वरूप देने का काम किया जा रहा है।

2047 तक 10 करोड़ श्रद्धालु सालाना अयोध्या पहुंचेंगे
रामलला के दर्शन के लिए लाखों-करोड़ों भक्त नंगे पैर मंदिर तक जाया करेंगे। राम भक्तों को कोई परेशानी न हो, इसलिए सरकार खास सड़कें भी बनवा रही है। यहां ऐसी सड़कें बनवाई जा रही हैं कि चाहे कितनी भी गर्मी हो, लेकिन उस पर चलने वालों के पैर नहीं जलेंगे।

इस तरह की सड़कें राज्य में पहली बार बनवाई जा रही हैं। सड़क में ऐसे केमिकल का इस्तेमाल होगा, जिससे सड़क ठंडी रहेगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि अयोध्या में जब राम मंदिर बन जाएगा, तो रोजाना एक लाख श्रद्धालु राम मंदिर में दर्शन करेंगे। साल 2047 तक 10 करोड़ श्रद्धालु सालाना अयोध्या पहुचेंगे।