(www.arya-tv.com) अयोध्या के राम मंदिर के पुजारी मोहित पांडे की एक ‘गंदी’ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस आपत्तिजनक फोटो को वायरल करने के मामले में अहमदाबाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया है. अहमदाबाद की साइबर क्राइम पुलिस ने कांग्रेस नेता हितेंद्र नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है. आपको बता दें कि हाल के दिनों में मोहित पांडे राम मंदिर का पुजारी नियुक्त किए जाने पर काफी चर्चा पर रहे थे.
पुलिस ने बताया है कि आरोपी हितेंद्र पर महिलाओं का अपमान करने समेत विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की है. पुलिस ने हितेंद्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 469, 509, 295A और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता ने पुजारी मोहित की एक महिला के साथ आपत्तिजनक फोटो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर की थी. इसके साथ लिखा था, क्या इस शख्स को राम मंदिर का पुजारी बनाया जा रहा है? इसके बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस पोस्ट शेयर और कमेंट किया.आपको बता दें कि गाजियाबाद के रहने वाले मोहित पांडे दूधेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय के छात्र हैं. मोहित को अयोध्या में राम मंदिर के पुजारी के रूप में चुना गया है. मंदिर का पुजारी बनने के इच्छुक 3,000 आवेदकों में से मोहित पांडे को पुजारी चुना गया था. मोहित पांडे ने शुरुआत में सामवेद का अध्ययन किया था और वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा ग्रहण की थी. आचार्य की डिग्री प्राप्त करने के बाद वह वर्तमान में पीएचडी की तैयारी कर रहे हैं. मोहित ने दूधेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय में धर्म और कर्मकांड का अध्ययन करते हुए सात साल बिताए. विश्वविद्यालय पिछले 23 वर्षों से छात्रों को वैदिक शिक्षा प्रदान कर रहा है.
मंदिर द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, रामलला के धार्मिक कर्तव्यों को निभाने के लिए कुल 20 पुजारियों का चयन किया जाएगा. कुल 200 आवेदकों को साक्षात्कार के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया और अंतिम चयन परीक्षा से पहले छह महीने तक प्रशिक्षित किया जाएगा. आवेदन पत्र में उम्मीदवारों से अपना नाम, जन्मतिथि, गोत्र, आवासीय और स्थायी पता, गुरुकुल का नाम और आचार्य का नाम भरने के लिए कहा गया था.
श्री राम जन्मभूमि तीरथ क्षेत्र ट्रस्ट ने 22 जनवरी, 2024 को दोपहर से 12.45 बजे के बीच राम मंदिर के गर्भगृह में राम लला को विराजमान करने का निर्णय लिया है. ट्रस्ट ने समारोह के लिए सभी संप्रदायों के 4,000 संतों को आमंत्रित किया है. वाराणसी के वैदिक पुजारी लक्ष्मी कांत दीक्षित अभिषेक समारोह का मुख्य अनुष्ठान करेंगे. 14 जनवरी से 22 जनवरी तक अयोध्या में अमृत महाउत्सव मनाया जाएगा. 1008 हुंडी महायज्ञ का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें हजारों श्रद्धालुओं को भोजन कराया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन में शामिल होंगे.