पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे:कार की स्पीड 120km/h से ऊपर होने पर लगेगा चालान

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(www.arya-tv.com)देश का सबसे लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तैयार है। ये लखनऊ जिले के गोसाईंगंज के पास चांद सराय गांव को गाजीपुर जिले में NH-31 पर स्थित हेदरिया गांव से जोड़ता है। इस 6 लेन एक्सप्रेस-वे की लंबाई 340.8 किमी है। इसे उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) द्वारा तैयार किया गया है। इसका काम अक्टूबर 2018 में शुरू हुआ था, यानी इसे तैयार होने में 3 साल का वक्त लगा।

एक्सप्रेस-वे पर चलने से जुड़े नियम

देश में नेशनल एक्सप्रेस-वे और एक्सप्रेस-वे पर चलने वाली गाड़ियों की स्पीड को लेकर एक जैसे नियम हैं। वहीं, नेशनल हाईवे की स्पीड को लेकर नियम थोड़े अलग हैं। नेशनल हाईवे पर कार के लिए 100km/h की अधिकतम स्पीड लिमिट तय की गई है, जबकि एक्सप्रेस-वे या नेशनल एक्सप्रेस-वे पर ये लिमिट 120km/h की है।

एक्सप्रेस-वे और हाईवे पर टू-व्हीलर और हैवी व्हीकल के लिए भी स्पीड लिमिट अलग-अलग है। टू-व्हीलर के लिए हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर स्पीड लिमिट 80km/h है। वहीं, हैवी व्हीकल जैसे बस और ट्रक के लिए स्पीड लिमिट 100km/h तक है। सर्दी के दिनों में कोहरे या धुंध के चलते स्पीड लिमिट को घटा दिया जाता है। ये सीमित समय के लिए होता है।

500 अधिक कुछ भी हो सकता है चालान 
देश के सभी एक्सप्रेस-वे पर ऐसे CCTV कैमरे लगाए गए हैं जो गाड़ी की स्पीड पर नजर रखते हैं। जैसे ही गाड़ी की स्पीड तय लिमिट से ज्यादा होती है, कैमरे में कैद हो जाती है। आप एक टोल से दूसरे टोल पर कितने समय में पहुंचे, इस बात से गाड़ी की स्पीड का पता लगाया जाता है। इससे टोल पर ही गाड़ी का चालान किया जाता है। ये चालान वैसे तो फिक्स होता है, लेकिन स्पीड के हिसाब से ज्यादा भी किया जा सकता है।

जैसे यमुना एक्सप्रेस-वे पर स्पीड लिमिट क्रॉस करने पर 500 रुपए का चालान लगता है, जबकि 2019 में 214km/h की स्पीड के चलने वाली मर्सिडीज पर 2000 रुपए का ई-चालान किया गया था। चालान नहीं भरने की कंडीशन में ड्राइविंग लाइसेंस कैंसल किया जा सकता है।