पंजाब नेशनल बैंक ने उठाया बड़ा कदम, एनपीए रोकने के लिए जासूसों की लेंगे मदद

Kanpur Zone

(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के कानपुर में बढ़ते एनपीए (नॉन परफार्मिंग एसेट) रोकने के लिए पंजाब नेशनल बैंक ने बड़ा कदम उठाया है। बैंक अब जासूसों की मदद से खाते एनपीए होने से रोकेगा। लोन धारक की लगातार दो-तीन किस्तें न आने पर जासूसों की टीम संबंधित की पीछे लग जाएगी।

जानकारी जुटाएगी कि लोनधारक भागने की फिराक में तो नहीं है या लोन की रकम का इस्तेमाल किसी और मद में तो नहीं किया जा रहा है। टीम संपत्तियों का भी ब्यौरा जुटाएगी ताकि रिकवरी कर लोन की भरपाई की जा सके। इस तरह का प्रयोग करने वाला पीएनबी पहला बैंक होगा।

बैंक प्रबंधन ने एक लाख के एनपीए खाते वालों के लिए हर सर्किल में रिकवरी सेक्शन भी बना दिए हैं। इसका जोनल कार्यालय वाराणसी में है। सूत्रों के अनुसार कानपुर नगर में बैंक का सवा सात सौ करोड़ का एनपीए है। विलय के बाद दो अन्य बैंकों की भी रकम इसमें शामिल है।

अकेले पीएनबी का दो सौ करोड़, ओरियंटल बैंक कॉमर्स का तीन सौ करोड़ और युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का सवा दो सौ करोड़ है। ऐसे खातों की रिकवरी व भविष्य में लोन खाते एनपीए न हों, इसके लिए बैंक जासूस और जासूसी एजेंसियों की मदद लेगा। इसके लिए एजेंसियों को आवेदन करने के लिए 10 सितंबर तक का समय दिया गया है।

ऐसी एजेंसियां ही आवेदन कर सकेंगी, जो एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट डिटेक्टिव्स एंड इंवेस्टीगेटर्स ऑफ इंडिया की सदस्य हों। इसके अलावा सीए, सीएस जैसे प्रोफे शनल की भी मदद ली जाएगी। पीएनबी आफीसर्स एसोसिएशन के मंडलीय सचिव अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि बैंक ने इस तरह की पहल की है। जासूसों और एजेंसियों से आवेदन मांगे गए हैं।

जासूस ऐसे करेंगे मदद 
ऐसे व्यक्ति जिनके खाते एनपीए हो जाते हैं, वो बैंकों का भुगतान न करके दूसरे कारोबार, व्यापार या गतिविधियों में लग जाते हैं। ऐसे लोगों को चिह्नित करके इनकी लिस्ट जासूसों को उपलब्ध कराई जाएगी। ये संबंधित व्यक्ति की हर गतिविधि की सूचना बैंक प्रबंधन को देंगे।

ऐसे व्यक्ति की पूरी डिटेल जैसे कहां-कहां संपत्ति हैं? कैसे-कैसे लोगों के साथ संपर्क है? इसका पूरा ब्यौरा तैयार करवाया जाएगा। इससे रकम डूबने का खतरा कम होगा और ऐसे लोगों पर नजर रखकर रिकवरी की जाएगी।