धर्मपाल सिंह बोले- गायों का होगा पोस्टमार्टम:गौशाला में मरने पर सम्मान से किया जाएगा अंतिम संस्कार

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(www.arya-tv.com)  प्रदेश सरकार के पशुधन और दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने गुरुवार को सर्किट हाउस में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से कहाकि निराश्रित गौवंश को आश्रय स्थल तक पहुंचाया जाए। गोशालाओं में चारा, पानी और साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था की जाए। गौशाला में गायों की मौत होने पर उनका पोस्टमार्टम कराने और ससम्मान अंतिम संस्कार कराने के निर्देश दिए।

कैबिनेट मंत्री ने कहाकि गौशालाओं के प्रति समाज में जागरूकता अभियान चलाया जाए। एक भी गौवंश सड़क पर घूमता न मिले। हर ग्राम पंचायत में डीसी मनरेगा, छोटी गौशाला की स्थापना कराएं। जिलापंचायत राज अधिकारी ग्रामप्रधानों के सहयोग से उन्हें संचालित करने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। ग्राम प्रधानों के माध्यम से ऐसे पशुपालकों को चिन्हित करें जो दूध लेकर पशुओं को निराश्रित छोड़ देते हैं तथा उन पर जुर्माना लगाया जाए।

बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से कृत्रिम गर्भाधान का लक्ष्य पूछे जाने पर वह संतुष्टिजनक जवाब नही दे सके। कार्यालय में एक डिप्टी सीबीओ की तैनाती पर भी मंत्री ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहाकि योग्य डॉक्टर को कार्यालय में कार्य कराना ठीक नहीं है। उन्हें फील्ड में तैनात किया जाए।

नगर निगम द्वारा बताया गया कि निराश्रित पशुओं को पकड़ने के लिए 7 कैटल कैचर टीम लगी हैं, जो तीन शिफ्ट में लगातार कार्य कर रही है। पशुपालकों पर पशुओं को खुले में छोड़ने पर 12 लाख पेनाल्टी लगाई गई है।

पशुधन मंत्री ने बताया कि अगले 5 वर्ष में 1000 करोड़ के निवेश से गांव में दुग्ध विक्रय की सुविधा, प्रत्येक ब्लॉक पर नई दुग्ध सहकारी समिति का गठन किया जाएगा। छोटे और मध्यम स्तर के किसानों के लिए 25 देशी गायों के पालन के लिए अत्याधुनिक गौवंशीय डेयरी फार्म योजना, स्वदेशी गौ संवर्धन योजना पर विचार किया जा रहा है।

उन्होंने कहाकि आज योगी राज में अपराधी भयभीत हैं उनका स्थान जेल है, पूर्व की सरकार में अपराधी थानों में कुर्सी डालकर बैठा करते थे। सरकार सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के सिद्धांत पर बिना किसी जाति, वर्ग, धर्म के आधार पर भेदभाव के कार्य कर रही है।

इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य विजय शिवहरे, यूपी अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष असफाक सैफी, मुख्य विकास अधिकारी ए. मनिकंडन, अपर नगरायुक्त सुरेन्द्र यादव, डी सी मनरेगा रामायण यादव, डीपीआरओ नीतेश भोंडेले, पशुपालन विभाग के सहायक निदेशक विवेक भारद्वाज, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एम पी सिंह आदि मौजूद रहे।