priyanka

2022 के विधानसभा चुनाव में प्रियंका ने अपने समर्थकों को इशारा करते हुए कहा मजबूत हो हर बूथ हमारा

UP

(www.arya-tv.com) 2022 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए भी प्रतिष्ठा का सवाल है। कारण, यदि इस बार चूक हुई तो दूरगामी परिणाम होंगे। ऐसे में बेहतर प्रदर्शन के जरिए वह उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी धाक फिर जमाना चाहती है। इसी मंशा से उसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने यहां स्पष्ट इशारा कर दिया कि चुनाव में जीत के लिए दिन-रात एक कर दें। हर बूथ जीतने की ठान लें। ऐसा करने से ही भाजपा को परास्त किया जा सकता है।

रविवार को यहां आईं प्रियंका ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मैराथन बैठक की। सुबह से लेकर देररात तक उन्होंने जिले से लेकर तहसील, ब्लाक व बूथ स्तर तक के पदाधिकारियों से संवाद किया। पंचायत प्रतिनिधियों से भी वे मुखातिब हुईं। वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं को सहेजना भी वे नहीं भूलीं। सभी बैठकों का मकसद सिर्फ एक रहा कि किसी भी सूरत में चुनाव मजबूती से लड़ना है। इसके लिए सभी को 20 हफ्ते तक रात-दिन मेहनत करने की जरूरत होगी। जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं से रूबरू होकर संघर्ष करना होगा। पिछले चुनाव में प्रत्याशियों की घोषणा में लेटलतीफी से वे सबक भी ले चुकीं। इस बार उन्होंने समय से उम्मीदवारों का नाम फाइनल कर दिए जाने की बात कही। उनके इस इशारे से कयास लगाए जा रहे कि अक्टूबर तक घोषणा हो जाएगी। प्रियंका ने हर किसी को लक्ष्य देकर उसे भेदने के लिए उत्साह भी बढ़ाया। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस सीख का कितना असर यहां के पार्टीजनों पर होता है।

अचानक बदला कार्यक्रम, दिल्ली गईं प्रियंका

प्रियंका वाड्रा दो दिवसीय दौरे पर रायबरेली आई थीं। सोमवार को कार्यकर्ताओं से मुलाकात का कार्यक्रम तय था। साथ ही किसी विधानसभा क्षेत्र के गांव में लोगों से रूबरू होना था, लेकिन रविवार की देरशाम कार्यक्रम अचानक परिवर्तित हो गया। इस कारण सुबह ही वे भुएमऊ गेस्टहाउस से लखनऊ के लिए रवाना हो गईं। पार्टी प्रवक्ता विनय द्विवेदी ने बताया कि राष्ट्रीय महासचिव यहां से लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचीं, वहां से हवाई जहाज से दिल्ली चली गईं। इससे पहले रविवार की देररात उन्होंने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों से मुलाकात की। इसमें प्रमुख रूप से डा. मनीष चौहान, डा. ओमिका चौहान, डा. बृजेश सिंह, डा. आबिद हुसैन आदि शामिल रहे। इसके अलावा पूर्व विधायकों से भी उन्होंने बात की।