(www.arya-tv.com) आजकल सोशल मीडिया के बाजार में एक जबरदस्त चर्चा चल रही है। ये बात हो रही है आलिया भट्ट की लिपस्टिक पर। एक्ट्रेस ने लाइफस्टाइल मैगजीन ‘वोग इंडिया’ के साथ अपने मेकअप को लेकर कुछ बातचीत की थी। वैसे तो ये वीडियो 10 मिनट के आसपास का था, मगर लोगों के कान आलिया के लिपस्टिक वाले बयान पर खड़े हो गए। वह अपने मेकअप हटाने के तरीके को दिखा रही होती हैं।
तभी वह एक किस्सा शेयर करती हैं कि वह कौन सी लिपस्टिक लगाती हैं। आलिया बताती हैं, ‘ये मेरा फेवरेट लिपस्टिक है। शादी में भी यही लगाई थी। लेकिन मेरे पति रणबीर कपूर मुझे लिपस्टिक पोंछ देने को कहते हैं। वह जब मेरे बॉयफ्रेंड थे तब से अब तक उन्हें मेरे होंठों का कुदरती रंग पसंद है।’
इसके बाद शुरू होता है असली खेल। आलिया के इसी लिपस्टिक वाले बयान पर कुछ लोग अपनी राय देने लगे। खासतौर पर औरतों ने रणबीर कपूर को निशाना बनाया। उनका कहना है कि आखिर कैसे रणबीर कपूर एक औरत पर अपनी मर्जी थोप सकते हैं? कैसे पत्नी पर पांबदी लगा सकते हैं? आलिया से तो वह कतई ये बर्दाश्त नहीं करते कि उनपर कोई अपनी पसंद-नापसंद थोपे। इतना ही नहीं, यूजर्स का कहना है कि आलिया भट्ट को अपनी आवाज उठानी चाहिए। आखिर वह क्या पहनें क्या नहीं, ये किसी का पार्टनर या कोई और मर्द क्यों तय करेगा?
आप हैं कौन, जो किसी के रिश्ते पर सवाल खड़ा करें?
अब सवाल ये उठता है कि किसी के पर्सनल मेटर में दखल देने वाले ये यूजर कौन होते हैं। बात यहां मर्द की मर्जी थोपने की है कि नहीं, आप एक वाक्य सुनकर कैसे तय कर सकते हैं। जो लोग सोशल मीडिया पर आलिया की लिपस्टिक को लेकर बड़ा-बड़ा पोस्ट लिख रहे हैं, क्या वह खुद अपने ‘पार्टनर’ के मर्जी जानने के लिए बैचेन नहीं रहते हैं।
फिर क्यों पड़ता है, औरों की बातों का इतना फर्क
वैसे तो ज्यादातर औरतें ही होती हैं, जो सजना-संवरना भी पति या पार्टनर के लिए करती हैं। जब महिलाएं रेडी होती हैं तो वह बेकरार हो जाती हैं कि उनका पार्टनर अपनी राय दें। उनकी तारीफ करें। आखिर दुनिया में कितनी ही महिलाएं होंगी जो खुद के लिए तैयार होती हैं? क्या वह कोई कपड़ा खरीदने से पहले ये नहीं सोचती हैं कि उनके पापा तो नहीं टोक देंगे। कहीं भाई तो चिढ़ाने नहीं लगेगा। कुछ के पति ही कह देते हैं कि भाई ये क्या बनकर आई हो। तो ऐसे में आपकी भावनाएं आलिया भट्ट-रणबीर कपूर से कैसे आहत हो सकती हैं।
रणबीर कपूर को नाज है अपनी बीवी पर
रणबीर कपूर वो हसबैंड हैं, जो आलिया भट्ट की कामयाबी से सीना चौड़ा करके घूमते हैं। वह बीवी के हर मोड़ पर साथ देने के लिए दिन-रात खड़े हैं। बेटी राहा के जन्म के कुछ महीने बाद ही आलिया काम पर लौट आई थीं। कैसे? क्योंकि रणबीर कपूर ने काम से छुट्टी लेकर बेटी का ध्यान रखा। आलिया ने खुद कहा था कि वह और पति मिलकर राहा को संभालते हैं। दोनों अपने-अपने काम को भी इसी तरह मैनेज करते हैं।
तब भी कोसा तो खूब गया था
आज आलिया भट्ट नेशनल अवॉर्ड जीत रही हैं। हॉलीवुड में अपना दमखम दिखा रही हैं। ससुराल और मायके के साथ साथ अपना काम भी बखूबी मैनेज कर रही हैं। एक्टिंग के अलावा प्रोडक्शन हाउस भी चला रही हैं। आखिर कैसे वह इतना कुछ हासिल कर रही हैं। याद कीजिए वो वक्त, जब आलिया पर भी खूब सवाल दागे गए थे। डम लड़की साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। लेकिन उन्होंने अपने काम और मेहनत से साबित किया कि वह क्या हैं और क्या डिजर्व करती हैं।
इस बात को ऐसे समझिए
सोशल मीडिया पर ही एक यूजर ने बहुत अच्छी बात कही थी। वास्तव में दो चीजें होती हैं। पहला अपने पार्टनर की प्राथमिकताओं को तरजीह देना और दूसरा आपकी प्राथमिकताओं में दखल देना। इन दोनों ही बातों में बहुत थोड़ा सा अंतर है।
सोनी राजदान ने भी कहा था कि ये क्या बेवकूफी है
आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान ने भी क्रिप्टिक पोस्ट के जरिए बड़ी ही मजबूत बात कही थी। उन्होंने कहा था, ‘क्या है, बेवकूफी है। कैंसिल कल्चर….अब लोग तय करेंगे कि दूसरे लोगों की जिंदगी में क्या सही है क्या नहीं। फिर दूसरे लोग भी इसे मुद्दा बनाएंगे और जबरदस्ती का घुसेंगे। आखिर क्या ही ये जमाना आ गया है।’
बात करते हैं खत्म
सौ बातों की एक बात। कभी कभी चीजों को बेवजह का तूल नहीं देना चाहिए। जिंदगी की खट्टी-मीठी बातें हैं, उसी तरह से लेना चाहिए। जब आलिया भट्ट और रणबीर कपूर बी-टाउन के सबसे खुशहाल कपल हैं तो आखिर क्यों जबरदस्ती की राय देनी। सब ठीक चल रहा है तो ठीक ही चलने देना चाहिए।