बनारस में रहने के लिहाज से बेहतर है संसदीय क्षेत्र, जानें किस तरह बदल रहा शहर

UP Varanasi Zone

वाराणसी(www.arya-tv.com) जिक्र और फिक्र के चलते रहने के लिहाज से बनारस बेहतर हो रहा है। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने इज ऑफ लिविंग इंडेक्स यानी रहने के लिहाज से बेहतर शहरों की रैंकिंग 2020 जारी की।

इसमें वाराणसी को 27वीं रैंक मिली है। बनारस, न केवल मंदिरों, बल्कि धार्मिक परंपराओं, घाटों के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर गलियों के लिए भी जाना जाता है। शहर की आत्मा यहां की गलियों में बसती  है। इसलिए इसे गलियों का शहर भी कहते हैं। पुरानी होने के कारण गलियां बदहाल हो गई थीं।

सीवेज, पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं की स्थिति भी ठीक नहीं थी। इसके मद्देनजर वाराणसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड से बेहतर काम हो रहा है। स्मार्ट सिटी के तकनीकी विशेषज्ञ वासुदेवन ने बताया कि कई बिंदुओं पर रैंकिंग दी गई है।

इसमें केवल सड़क, बिजली, पानी ही नहीं, बल्कि यहां रहने वालों के जीवन स्तर में हो रहा बदलाव भी इसका आधार है। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत आध्यात्मिक नगरी में कई स्तरों पर काम हो रहा है। यहां सड़कें बेहतर हुई हैं और घाटों की स्थिति भी पहले के मुक़ाबले बेहतर दिखती है।

स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के कारण वाराणसी में बदलाव की बयार बह रही है। नगर निगम मुख्यालय के बगल में भव्य कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष बन रहा है। बदहाल सरकारी स्कूल स्मार्ट हो रहे हैं। मालवीय मार्केट, कनॉट प्लेस की तरह आकार ले रहा है। गंगा किनारे की गलियों में मूलभूत सुविधाएं विश्व स्तरीय हो रही हैं। फ्लाइओवर, आरओबी, फोरलेन सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। इससे निश्चित तौर पर शहर तेज गति से बदल रहा है। आने वाले दिनों में रैंकिंग और बेहतर होगी।