(www.arya-tv.com) बरेली में 3 जून को नमाज पढ़वाने के आरोप में नौकरी से निकाले गए रोडवेज बस के कंडक्टर मोहित यादव ने ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया। पिता ने कहा, बेटा नौकरी से निकाले जाने के बाद से तनाव में था। यह हादसा नहीं बल्कि उसने आत्महत्या की है।
मोहित यादव रोडवेज बस पर संविदा में कंडक्टर थे। नमाज पढ़वाने की वीडियो वायरल होने के बाद ड्राइवर और कंडक्टर दोनों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
पहले मोहित यादव की मौत के बारे में पढ़िए
मैनपुरी जिले के घिरोर थाना क्षेत्र के नंगला खुशहाली निवासी मोहित यादव (35 साल) पुत्र राजेंद्र यादव रोडवेज बस पर संविदा कंडक्टर था। मोहित अपने गांव में रहने के साथ घिरोर में भी अपने दूसरे मकान पर रहता था। रविवार रात कोसमा घिरोर के पास कोसमा रेलवे फाटके के पास मोहित की ट्रेन से कटकर मौत हो गई।
इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। सोमवार सुबह मोहित का शव रेलवे लाइन पर मिला।
बरेली डिपो में परिचालक था मोहित
मोहित यादव बरेली डिपो में संविदा पर रोडवेज बस का परिचालक था। 3 जून 2023 की रात को रोडवेज बस बरेली से गाजियाबाद- दिल्ली के लिए चली थी। जैसे ही रोडवेज बस रामपुर जिले में मिलक के पास पहुुंची तो चालक से बस रुकवाई गई। जिसके बाद दो यात्री बस रूकवाकर सड़क पर नमाज अदा करने लगे। अन्य यात्रियों ने नमाज पढ़ते हुए रात के समय की वीडियो बना ली।
मोहित यादव को नौकरी से निकाला
वीडियो वायरल होने के बाद चालक और परिचालक दोनों को नौकरी से निकाल दिया था। जिसके बाद मोहित यादव अपने गांव में रह रहा था। इसके चलते वह तनाव में था। परिजनों ने बताया कि मोहित यादव ने आत्महत्या की है। वह नौकरी जाने के बाद तनाव में रहता था।