नए शैक्षणिक सत्र में नया पाठ्यक्रम, नई शिक्षा नीति के तहत बदल जायेगी 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई

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(www.arya-tv.com) अगले शैक्षणिक सत्र से 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी बदल जाएगी। नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा 3 से 12वीं तक का एनसीएफ तैयार कर लिया गया है। इसे इसी माह में जारी किया जा सकता है। कक्षा 1 से 12वीं तक की कक्षाओं को चार स्टेज में बांटा गया है। कक्षा 3 से 12वीं तक अब 150 विषयों की पाठ्यपुस्तकें तैयार की जाएंगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शैक्षणिक सत्र 2024-25 के शुरूआत में कक्षा तीसरी, 6वीं और नौवीं तक की किताबे आ सकती हैं। अभी हाल ही में एनसीईआरटी ने कक्षा 1 और 2 के लिए नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यपुस्तके लाॅन्च की हैं। अब तीसरी कक्षा 3 से 12वीं तक की पुस्तकें अगले शैक्षणिक सत्र में लाॅन्च की

जाप्री-स्कूल में नहीं होगा बैग
भास्कर रिपोर्ट के अनुसार प्री-स्कूल में बच्चों की पढ़ाई बिना बैग के कराई जाएगी। तीन वर्ष से 8 वर्ष तक के बच्चों को स्कूल में बैग लाने की जरूरत नहीं होगी। बच्चों को जादुई पिटारे (खेल-खिलौने), पोस्टर आदि से पढ़ाई कराई जाएगी।

प्री-स्कूलिंग के बाद मिलेगा कक्षा 1 में एडमिशन
प्री-स्कूलिंग पूरी करने के बाद 6 से 8 वर्ष तक के बच्चों को पहली कक्षा में एडमिशन मिलेगा। पहली कक्षा में केवल दो किताबें होंगी भाषा और गणित की। वहीं दूसरी कक्षा के बाद फाउंडेशन स्टेज पूरा होगा और इसमे कोई परीक्षा नहीं होगी।

स्थानीय भाषा में होगी 5वीं तक पढ़ाई
कक्षा पांचवीं तक पढ़ाई स्थानीय भाषा में होगी। कक्षा तीन में 8 वर्ष से 11 वर्ष के बच्चों का एडमिशन होगा और पहली बार मूल्यांकन होगा। वहीं पांचवीं कक्षा में दूसरी बार मूल्यांकन होगा।

चार स्टेज में बांटी गईं कक्षाएं
फाउंडेशन स्टेज कक्षा 1 से दूसरी तक, प्रीप्रेटरी स्टेज कक्षा 3 से 5वीं तक, मीडिल स्टेज कक्षी 6 से आठवीं तक और सेंकडरी स्टेज 9वीं से 12वीं तक। इस स्टेज पढ़ाई सेमेस्टर सिस्टम से कराई जाएगी। 9वीं कक्षा का रिजल्ट 10वीं के फाइनल में जुड़ेगा। इसी तरह 11वीं में प्राप्त नंबरों को 12वीं में भी जोड़ाएगी।