लोकतंत्र के पर्व में भागीदार नहीं बन पाते 2100 से अधिक ट्रांसजेंडर, जानिए क्या है कारण

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गोरखपुर (www.arya-tv.com) चुनाव लोकतंत्र का पर्व होते हैं और लोकतंत्र के इस पर्व में हर नागरिक भागीदार बनना चाहता है लेकिन ‘अन्य’ श्रेणी में दर्ज होने वाले गोरखपुर जिले के अधिकतर ट्रांसजेंडर भागीदार बनने से वंचित रह जाते हैं। जनवरी 2022 में तैयार की गई जिले की मतदाता सूची में ट्रांसजेंडर की संख्या केवल 258 है जबकि सोमवार तक इस श्रेणी में 2416 को कोरोना रोधी टीका लग चुका है। हालांकि अभी भी इस समुदाय के लोग मतदाता बनने के लिए आनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

मुख्‍य धारा से दूर है समुदाय

ट्रांसजेंडर समुदाय आमतौर पर उपेक्षित माना जाता है। अपने अधिकारों को लेकर वे समय-समय पर लड़ाई लड़ते रहते हैं। उनकी लड़ाई के बाद ही मतदाता सूची में उनकी अलग से गणना होती है। आमतौर पर मुख्य धारा से दूर रह जाने वाला यह समुदाय सरकारी योजनाओं का लाभ पाने से भी वंचित रहता है। उपेक्षा के डार के कारण सार्वजनिक स्थानों पर उनकी भागीदारी कम ही नजर आती है। गोरखपुर में राजनीतिक रूप से जागरूक माने जाने वाले इस समुदाय से महापौर भी चुना जा चुका है लेकिन वर्तमान आंकड़ों से स्थिति ठीक नहीं नजर आती।

टीका को लेकर टूट रही झिझक, वोट देने में नहीं है रुचि

कोरोना रोधी टीका लगवाने को लेकर भी पहले उनके मन में संशय था लेकिन समुदाय का नेतृत्व करने वाले कुछ जागरूक ट्रांसजेंडर के समझाने के बाद टीका लगवाने को लेकर उनकी झिझक टूट रही है। टीकाकरण को लेकर विशेष शिविर भी लगाए जा चुके हैं। इसी का नतीजा है कि अब तक 2416 ट्रांसजेंडर को टीका लग चुका है।

इसके विपरीत वोट देने में उनकी रुचि नहीं दिखाई देती। एक महीने से अधिक समय तक चले मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान में भी इस वर्ग से न के बराबर आवेदन आए हैं। तर्क दिए जा रहे हैं कि टीकाकरण को लेकर जिस तरह का अभियान चलाया गया, उस तरह से मतदाता बनाने के लिए प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। प्रशासन का फोकस युवा एवं महिला मतदाताओं पर अधिक रहा। यही कारण है कि 2416 ट्रांसजेंडर मतदाता सूची में स्थान नहीं पा सके हैं।

मतदाता बनने के लिए पोर्टल पर कर सकते हैं आवेदन

ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों के पास अभी भी मतदाता बनने का मौका है। वे वोटर पोर्टल https://voterportal.eci.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजेश कुमार सिंह का कहना है कि इस समुदाय के लिए अलग से अभियान नहीं चलाया गया लेकिन उन्हें मतदाता बनने के लिए आनलाइन आवेदन करना चाहिए। आवेदन मिलने पर उन्हें मतदाता बनाया जाएगा।