मेरठ का जुबैर हत्याकांड : यह बनी हत्‍या की वजह, कहां तक पहुंची पुलिस की जांच

Meerut Zone UP

(www.arya-tv.com) Meeruts Zubair massacre मेरठ में जुबैर अंसारी हत्याकांड में पुलिस राजफाश के करीब पहुंच गई है। पुलिस ने आरोपितों खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य जुटा लिए हैं। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने दावा किया है कि देहरादून की करोड़ों की भूमि की हिस्सेदारी को लेकर हुए विवाद में जुबैर अंसारी की हत्या की गई थी। हाजी जब्बार, फतेहयाब, अफजाल के खिलाफ साक्ष्य मिल चुके हैं। हाजी फतेहयाब के बेटे की आत्महत्या की वजह से पुलिस ने मामले ढीला छोड़ दिया था।

यह है हत्या की वजह

सोनीपत (हरियाणा) के बेग्गा गिन्नौर निवासी शहजाद चौहान, जिया अब्बास निवासी अब्दुल्लापुर और फाजी फतेहयाब ने देहरादून के सिद्धवाला में 8100 गज जमीन में कालोनी काटी थी। इसमें सभी की 33 फीसदी की हिस्सेदारी थी। शहजाद ने हाजी फतेहयाब से बिलारी में जमीन और 12 लाख की नकदी लेकर उसे अपने हिस्से की जमीन दे दी थी।

इसके बाद फतेहयाब ने अपनी हिस्सेदारी में किठौर के ललियाना निवासी हाजी जब्बार और शास्त्रीनगर के अफजाल को हिस्सेदार बना लिया था। इसी तरह से जिया अब्बास ने अपनी हिस्सेदारी में जुबैर अंसारी और फुरकान को हिस्सेदार बना लिया। जिया अब्बास, जुबैर और फुरकान से एक करोड़ 69 लाख में हाजी फतेहयाब जमीन को लेना चाह रहे थे।

पुलिस को मिल गए हैं साक्ष्‍य

जुबैर ने देने से इन्कार कर दिया था। तभी से जुबैर अंसारी और फतेहयाब में विवाद की शुरूआत हुई थी। जुबैर की हत्या से हाजी फतेहयाब, जब्बार और अफजाल को सबसे ज्यादा फायदा हो रहा है। पुलिस को इसके साक्ष्य भी मिल चुके हैं। ऐसे में पुलिस हाजी जब्बार, फतेहयाब और अफजाल को आरोपित बनाने जा रही है। शूटर मिलते ही पुलिस सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज देगी। बता दें कि सपा नेता फतेहयाब के बेटे के आत्महत्या करने के कारण जुबैर हत्याकांड के राजफाश में देरी हो गई थी। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि पुलिस राजफाश के करीब है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।