(www.arya-tv.com) मणिपुर में 47 दिनों से हिंसा चल रही है। इंफाल का 500 साल पुराना एमा कैथल यानी मां मार्केट। ये दुनिया का एक मात्र ऐसा मार्केट है जिसे सिर्फ महिलाएं संचालित करती हैं। यहां करीब 5 हजार महिला दुकानदार हैं। हिंसा की वजह से भीड़भाड़ वाले इस विश्वप्रसिद्ध बाजार में अब सन्नाटा है। उधर, रविवार को स्थानीय लोगों ने पीएम के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का विरोध किया।
महिला दुकानदार ग्राहकों के इंतजार में रहती हैं। आलम ये है कि महिला दुकानदार लोगों से कुछ भी खरीदने का आग्रह कर रही हैं। गार्मेंट्स की दुकान चलाने वाली याबाईबी ओईनम का कहना है, इस ‘युद्ध’ से तबाही हो रही है। हम अपने परिवार की मदद के लिए दुकान लगाती हैं लेकिन, अब स्थिति खराब है। पता नहीं ये युद्ध कब तक चलेगा, हालात कब सुधरेंगे।
बिना प्रॉफिट माल बेचने को तैयार, पर खरीदार ही नहीं
महिला दुकानदार इबेमचा कहती है, पहले मैं रोज 4000-5000 रुपए कमा लेती थी, लेकिन अब 200-300 कमाना मुश्किल हो रहा है। अब तो बिना किसी लाभ के सामान बेचने को तैयार हूं लेकिन फिर भी लोग बेहद कम आ रहे हैं। अब तो बाहर से टूरिस्ट का आना भी बंद है।
कोरोनाकाल से भी बद्तर हैं हालात
- डेयरी प्रॉडक्ट बेचने वाली बीमचा का कहना है, ‘पहले तो दूध-दही हाथों-हाथ बिक जाता था, लेकिन अब तो कोई ग्राहक नहीं आ रहा है। कोरोनाकाल से भी खराब हालात हैं। तोंबी हिस्ट्री में एमए कर चुकी हैं। उनका कहना है कि हिंसा के कारण यहां लोग भी कम आ रहे हैं।
- जनता के बीच अफवाहों और अशांति को फैलने से रोकने के लिए पूरे इंफाल वेस्ट जिले में वॉकी-टॉकी सेटों की अनाधिकृत बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।