(www.arya-tv.com) मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में नया ट्विस्ट आ गया है। विधानसभा चुनाव से पहले सागर जिला दोनों पार्टी के लिए सियासी अखाड़ा बन गया है। सागर जिला बुंदेलखंड इलाके का मध्य है। इस जिले के सागर बीजेपी और कांग्रेस बुंदेलखंड को साधना चाहती हैं। हाल ही में पीएम मोदी सागर जिले के दौरे पर पहुंचे थे।
पीएम मोदी ने यहां 100 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले संत रविदास स्मारक का भूमि पूजन किया। अब कांग्रेस ने एक नया दांव खेला है। बीजेपी के मंदिर वाले फार्मूले को कांग्रेस अब शिक्षा के सहारे घेरने की योजना बना रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सागर में संत रविदास विश्वविद्यालय के निर्माण की घोषणा की है।
मंगलवार को सागर पहुंचे मल्लिकार्जुन ने कहा कि राज्य में 18 सालों से बीजेपी की सरकार है। केन्द्र में 9 साल से बीजेपी की सरकार है। अब विधानसभा चुनाव आए तो उन्हें संत रविदास की याद आई है। खरगे ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी तो सागर जिले में संत रविदास के नाम से विश्नविद्यालय बनाया जाएगा
शुरू हो चुका है मंदिर का काम
बीजेपी जहां बुंदेलखंड के सागर में 100 करोड़ रुपए की लागत से संत रविदास स्मारक बनवाने का काम शुरू कर चुकी है। वहीं, कांग्रेस संत रविदास यूनिवर्सिटी बनाने की घोषणा कर रही है। मध्य प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है। जब मंदिर के बदले कोई राजनीतिक दल शिक्षण संस्थान खोलने के वादे कर रहा है। 12 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सागर के नरयावली आए थे। वहां उन्होंने 100 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले संत रविदास मंदिर निर्माण की आधार शिला रखी थी।
खरगे ने किया पलटवार
अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संत रविदास यूनिवर्सिटी खोलने की बात कहकर पलटवार किया है। खरगे ने कहा कि 14 अगस्त 2014 में भाजपा ने दिल्ली में संत रविदास मंदिर तोड़ने का काम किया था। उन्होंने कहा कि यह मुख से तो रविदास व बाबा साहब का नाम बोलते हैं, लेकिन यह किसी मकसद से लेते हैं। इनका मकसद केवल वोट हासिल करना होता है।