(www.arya-tv.com) मथुरा में रेलवे स्टेशन से GRP ने डेढ़ लाख के नकली नोटों के साथ 3 लोगों को गिरफ्तार किया। यह राजस्थान और बिहार के रहने वाले थे। GRP ने जांच बढ़ाई तो पता चला कि नकली नोट छापने का काम बनारस में हो रहा है। जीआरपी ने वाराणसी में छापा मारकर नोट छापने वाले मास्टरमाइंड रौनक को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास प्रिटिंग का डिप्लोमा है। यानी, वह प्रिटिंग में एक्सपर्ट है। उसने इस तरह के नोट छापे की सामान्य तरीके से उसे पहचान पाना मुश्किल होगा। नोट के बीच में पड़ने वाले हरे कलर के धागे, जिसे सिक्योरिटी थ्रेड करते हैं। इसे वह चीन से मंगाता है।
नकली नोट छापने और उनको खपाने वाली गैंग की जांच आगे बढ़ी तो GRP मथुरा, बनारस पहुंची। यहां सारनाथ क्षेत्र में श्रीनगर कॉलोनी से एक नकली नोट छापने वाले रौनक उर्फ मुकेश उर्फ टीपू को गिरफ्तार किया। रौनक नकली नोट छापने और उनके बांटने का काम करता था।
चीन से मंगाया सिक्योरिटी थ्रेड
एसपी GRP अधीक्षक मोहम्मद मुस्ताक के मुताबिक, नोट छापने की मशीन और सिक्योरिटी थ्रेड बरामद हुए हैं। इसे लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। आरोपी चीन की एक कंपनी से अलीबाबा.कॉम के जरिए भारत का सिक्योरिटी थ्रेड मंगाते थे। इसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में बैठे गिरोह के सदस्य इस सिक्योरिटी थ्रेड के जरिए नकली नोट छापते हैं।
केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी
नकली नोट मामले में चीन का कनेक्शन सामने आने के बाद इस मामले में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने भी जांच शुरू कर दी है। एसपी GRP ने बताया कि इस मामले की जानकारी NIA, IB के अलावा उत्तर प्रदेश ATS को भी दे दी गई है। केंद्रीय जांच एजेंसियां इस मामले की जांच अपने स्तर से कर रही हैं। एजेंसियां यह पता करने का भी प्रयास कर रही हैं कि कहीं चीन भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए कोई बड़ा षड्यंत्र तो नहीं रच रहा। वहीं GRP ने इस मामले में SIT बनाई है, जो हर पहलू से जांच करेगी।
नोट छापने की मशीन मंगाई तेलंगाना और पंजाब से
एसपी GRP ने बताया कि पकड़े गए आरोपी रौनक ने पूछताछ में बताया कि वह नोट छापने की मशीन तेलंगाना और पंजाब से मंगाते थे। इस गिरोह का नेटवर्क उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र आदि राज्यों में फैला है। इस गिरोह में सभी सदस्यों की अलग-अलग जिम्मेदारी है। कोई सदस्य चीन से सिक्योरिटी थ्रेड मंगाता है, कोई मशीन ,कोई नोट छापता है तो कोई उन नकली नोटों को खपाने का काम करते हैं।
रौनक से बरामद हुए 550 सिक्योरिटी थ्रेड
पुलिस ने रौनक के पास से 550 सिक्योरिटी थ्रेड बरामद किए। 2 डॉलर के एक सिक्योरिटी थ्रेड पर 500-500 रुपए के 4 नोट छापे जाते हैं। यानी 550 सिक्योरिटी थ्रेड पर 18 लाख रुपए के नोट छापे जा सकते थे। एसपी GRP ने बताया कि नोट छापने में प्रयोग की जाने वाली इंक की कीमत 150 डॉलर है।
डेढ़ करोड़ का कर्जा हुआ तो रौनक ने शुरू किया नकली नोट छापने का काम
पुलिस की गिरफ्त में आए रौनक ने पूछताछ में बताया कि उसने प्रिंटिंग कोर्स का डिप्लोमा किया है। पूर्व में एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था। इसी दौरान सन शाइन नामक प्रॉपर्टी डीलिंग कंपनी में पैसा इन्वेस्ट किया। इसमें डेढ़ करोड़ का नुकसान हुआ। इसी दौरान पश्चिम बंगाल के मालदा में नकली नोट का धंधा करने वाले ब्रजेश मौर्या से मुलाकात हुई। राजस्थान का रहने वाला ब्रजेश पश्चिम बंगाल से नकली नोट का धंधा करता है। ब्रजेश ने रौनक को नकली नोट छापने और ज्यादा पैसा कमाने के बारे में बताया। इसके बाद एक मकान किराए पर लिया और यह धंधा शुरू कर दिया।
ये सामान हुए बरामद
पुलिस ने रौनक के पास से 500-500 रुपए के 21 नकली नोट बने , 4 अर्ध-निर्मित नोट, सिक्योरिटी थ्रेड का रोल, कंप्यूटर, हाई क्लास प्रिंटर, बड़ी फोटो स्टेट मशीन, लेमिनेशन मशीन,पंचिंग मशीन बड़ी, पेपर कटर, 8 फ्रेम स्लाइडर, 10 लकड़ी के फ्रेम के अलावा जाली नोट छापने के लिए प्रयोग में आने वाली स्याही, पाउडर, स्क्रीन प्रिंटिंग, वाटर मार्क आदि बरामद किया है।