(www.arya-tv.com) भारत रत्न गायिका लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में रविवार को निधन हो गया है। वे मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एडमिट थीं। कोरोना और निमोनिया से बीते 29 दिनों से लड़ रही थीं। वॉइसओवर आर्टिस्ट हरीश भिमानी ने इंटरव्यू में खुलासा किया कि, लता जी अपने आखिरी दिनों में पिता दीनानाथ मंगेशकर को लेकर काफी इमोशनल हो गई थीं और पिता की रिकॉर्डिंग्स बुलवाकर उन्हें सुना करती थीं।
पिता ने जो गाने गाए हैं, उन्हें वे गाने की भी कोशिश करती थीं। इसी के चलते उन्होंने मौत से दो दिन पहले ईयरफोन मंगवाया था। उन्हें मास्क न हटाने को कहा गया था, लेकिन आखिरी दिनों में उन्होंने मास्क भी हटा लिया था।
अपने गाने सुनने से डरती थीं
हरीश ने कहा, “लता जी अपने खुद के गाने सुनना पसंद नहीं करती थीं। क्योंकि जब वे अपने गाने सुनती थीं, तो उस गाने में अपनी गलतियां पकड़ लेती थीं और काफी दुखी हो जाती थीं। वे ये सोचकर बेचैन हो जाती थीं कि, जब कोई बड़ा संगीतकार उनके गाने सुनेगा और गलतियां निकालेगा तो उनके बारे में क्या सोचेगा।” बता दें कि लता मंगेशकर अपने पिता की काफी इज्जत करती थीं और उन्हें गुरू मानती थीं।
दो दिन का राष्ट्रीय शोक
लता जी के निधन पर दो दिनों का राष्ट्रीय शोक है। इन दो दिनों में देशभर में आधा झंडा झुका रहेगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत देश की कई बड़ी हस्तियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर लता जी के निधन पर शोक व्यक्त किया और श्रद्धांजलि भी दी।