(www.arya-tv.com)20 अक्टूबर को यूपी सरकार के वकील हरीश साल्वे ने जांच रिपोर्ट दाखिल की थी। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा था, ‘अगर आप आखिरी मिनट में रिपोर्ट देंगे तो हम कैसे पढ़ पाएंगे? कम से कम एक दिन पहले देनी चाहिए। अदालत ने यह भी पूछा कि इस मामले में UP सरकार ने बाकी गवाहों के बयान क्यों नहीं लिए? कोर्ट ने कहा कि आपने 44 में से अभी तक 4 गवाहों से ही पूछताछ की है, ऐसा क्यों? ऐसा लगता है कि यूपी पुलिस इस मामले की जांच से पीछे हट रही थी। इस छवि को सुधारिए।
कोर्ट ने आगे कहा कि आपकी SIT यह समझ सकती है कि सबसे कमजोर गवाह कौन-से हैं और उन पर हमला हो सकता है, तो फिर अभी तक सिर्फ 4 गवाहों के ही बयान दर्ज क्यों किए गए’?
कोर्ट ने जताई थी नाराजगी
यूपी के लखीमपुर हिंसा मामले में दायर जनहित याचिका (PIL) पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। आज यूपी सरकार को यह बताना होगा कि गवाहों से पूछताछ, आरोपियों की गिरफ्तारी और जांच का स्टेटस क्या है। इससे पहले 20 अक्टूबर को हुई सुनवाई में कोर्ट ने इस मामले में देर से रिपोर्ट दाखिल करने पर UP सरकार को फटकार लगाई थी।