दुर्गाकुंड में 6 दिन सजेंगी मईया रानी; देवी की महिमा गाएंगे अनूप जलोटा, मालिनी और मनोज तिवारी

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(www.arya-tv.com)  इस साल श्रीसकंट मोचन संगीत समारोह की तर्ज पर अब माता कूष्मांडा का श्रृंगार महोत्सव मनाया जाएगा। बड़े-बड़े कलाकरों को आंमत्रित किया गया है। आज शाम पद्मभूषण पंडित विश्व माेहन भट्ट की मोहन वीणा और सात्विक वीणा की जुगलबंदी से माता के श्रृंगार संगीत महोत्सव का आगाज हो जाएगा। वाराणसी के दुर्गाकुंड मंदिर में 6 दिन माता को अलग-अलग रूपों में सजाया जाएगा। माता की विशेष आरती भी होगी।

महोत्सव के पूरे 6 दिन तक देश के नामी-गिरामी शास्त्रीय गायक और वाद्य वादक आएंगे। प्रख्यात भजन गायक अनूप जलोटा, मालिनी अवस्थी, भरत शर्मा, मनोज तिवारी माता कूष्मांडा की महिमा गाएंगे। शाम से लेकर रात तक माता के भजन ही गाए जाएंगे।

6 दिन होगी श्रृंगार आरती

मंदिर के महंत पं आनंद गोपाल द्विवेदी ने बताया कि वार्षिक महोत्सव के अंतर्गत मां दुर्गा का 6 श्रृंगार आरती होगी। पूरे मंदिर परिसर को कई तरह के फूलों-पत्तियां और झालरों से सजाया गया है। 15 दिनों तक कारीगर लगकर मंदिर की सजावट किए हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ जवाहरलाल और साथी कलाकारों के शहनाई वादन से होगा।

आज की पहली शाम

पद्मभूषण पंडित विश्व माेहन भट्ट की मोहन वीणा और सात्विक वीणा की जुगलबंदी होगी। तबले पर शुभ महाराज और वृंदावन की आस्था गोस्वामी का गायन होगा। साथ में, देव प्रिया दास गुप्ता कोलकाता का गायन, देवाशीष डे ,अर्चना मस्कर का भी गायन होगा।

इन कलाकारों की आवाज और नृत्य से गूंजेगी मंदिर की शाम

13 सितंबर – प्रेमचंद हंबल, माला हंबल का गायन, नई दिल्ली से आए राजेंद्र प्रसन्ना का फ्लूट वादन। कोलकाता के रिंपा शिवा के द्वारा सोलो तबला वादन। विशाल कृष्णा का कथक नृत्य, मुंबई के ​रोनू मजूमदार और ऋषिकेश मजूमदार​​​​​​ का फ्लूट, मुंबई के यशवंत वैष्णव के द्वारा तबला सोलो वादन होगा।

14 सितंबर – तीसरी शाम का शुभारंभ भुवनेश्वर की सुजाता महापात्र के ओडीसी नृत्य से होगा। जयंतिका डे का गायन, पं माता प्रसाद मिश्र और रुद्र शंकर का कथक नृत्य। पद्मश्री मालिनी अवस्थी का भजन, मुंबई के पं नीलाद्री कुमार के द्वारा सितार वादन, पं पूरण महाराज और अवंतिका के द्वारा तबला वादन, पं नरेंद्र झा का गायन होगा।

15 सितंबर – चौथी शाम का शुभारंभ पं सुखदेव मिश्र अपने साथियों के संग जुगलबंदी करके करेंगे। मांडवी सिंह शंभवी सेठ के द्वारा कत्थक नृत्य, भोजपुरी सम्राट भरत शर्मा व्यास, डॉ विजय कपूर, भोजपुरी के सुप्रसिद्ध गायक सांसद मनोज तिवारी मृदुल, ज्योति माही, अर्चना तिवारी, ओम तिवारी, पं राकेश तिवारी आदि कलाकारों का गायन होगा।

16 सितंबर – पं रविशंकर मिश्रा, डॉ. ममता टंडन की कथक नृत्य प्रस्तुति, लखनऊ के दीपक त्रिपाठी का गायन, पद्मश्री भजन सम्राट अनूप जलोटा का सुमधुर भजन, जौनपुर के रविंद्र सिंह ज्योति, शैलबाला, सरस्वती कृष्णमूर्ति, कुमार विनीत सिंह, पारुल नंदा, पूजा मोदनवाल और राजेश तिवारी के द्वारा देवी गीत की प्रस्तुति होगी। पुनीत कृष्ण जेटली पागल बाबा और साथी कलाकारों के द्वारा भजन प्रस्तुति।

17 सितंबर – रविवार को पं ध्रुवनाथ मिश्रा का सितार वादन, डॉ. श्वेता कुमारी, पद्मश्री अजीता श्रीवास्तव, डॉ. अमलेश शुक्ला, पिंकी मिश्रा ,प्रियांशु, गोविंद गोपाल, अंशिका सिंह ,पल्लवी पांडे, गीतांजलि मौर्य सहित कई कलाकार होंगे।