बिना पेपर पेंसिल सिखाई गणित, साइंस के लिए बनाई किट, इन शिक्षकों के पढ़ाई के तरीके को सलाम

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(www.arya-tv.com) उत्‍तर प्रदेश में प्राइमरी स्‍कूलों के कुछ शिक्षक लीक से हटकर छात्रों को शिक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। कोई वेद के माध्यम से तो कोई कविताओं के माध्यम से अपने-अपने विषय पर बच्चों की शंकाओं को दूर करने का काम कर रहे हैं। अपने इन्हीं प्रयासों की बदौलत इन शिक्षकों को न सिर्फ अब तक कई पुरस्कार मिल चुके हैं, बल्कि ये शिक्षक राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार के लिए नामित हो चुके हैं।

उच्च प्राथमिक विद्यालय शीतलपुरवा, बक्शी का तालाब में बतौर सहायक अध्यापक कार्य कर रहीं मधुरिमा श्रीवास्तव छात्रों को वेदों में छिपे गणित के रहस्यों को अपने पढ़ाने के तरीके में शामिल करने का प्रयास करती हैं। अब तक आठ किताबें लिख चुकीं मधुरिमा ने कक्षा 5, 6, 7 और 8 की किताबों के लिए एक अलग से पॉकेट डिक्शनरी तैयार की है।

उनकी लिखी गणित मधुरम किताब से छात्रों को बिना पेपर और पेंसिल के गणित सिखाई जाती है। वैदिक गणित की पार्ट-1 किताब में 16 सूत्र और 13 उपसूत्र सिखाने के तरीके दिए हैं। उनकी पेपर फोल्डिंग तकनीक से कक्षा 8 का गणित का सवाल कक्षा 3 का छात्र भी लगा रहा है।

किट का करती हैं पूरा इस्तेमाल

शबिश्ता खान उच्च प्राथमिक विद्यालय सलेमपुर, गोसाईगंज में इंचार्ज अध्यापक के रूप में कार्यरत हैं। शबिश्ता छात्रों को साइंस और मैथ्स पढ़ाने के लिए पूरी तरह से किट का इस्तेमाल करती है। वह एक्टिविटी शीट और एफएलएन निर्देशिका के माध्यम से और बच्चों को बेसिक और एडवांस्ड दो कैटेगरी में विभाजित कर निपुण बनाने का प्रयास कर रही हैं।

इसका नतीजा है कि कम्पोजिट विद्यालय में यह स्कूल सबसे ज्यादा 519 बच्चों को पढ़ा रहा है। छात्रों को लर्निंग बाई डूइंग के माध्यम से आईआईटी गांधीनगर के प्रोग्राम ऑनलाइन दिखाकर पढ़ाई कराना स्कूल की खासियत बनी हुई है।

कविताओं से गणित की पढ़ाई

लखीमपुर खीरी, कोटवा उच्च प्राथमिक विद्यालय के हेड शिक्षक पंकज कुमार वर्मा कविताओं के माध्यम से पढ़ाने के लिए चर्चित हैं। गणित पढ़ाने के लिए वह ‘लंबाई धन चौड़ाई का दोगुना गुणे ऊंचाई और कमरे की दीवारों का है यही क्षेत्रफल भाई’ जैसी ऐसी ही पंक्तियों का इस्तेमाल करते हैं। इससे छात्रों को गणित के फॉर्म्युले आसानी से कंठस्थ कराते हैं।

इसके अलावा 220 दिनों में गणित पढ़ाने के लिए वह जादू के पिटारे का इस्तेमाल करते हैं। इस पिटारे के जरिए वह रोचक तरीके से गणित पढ़ाते हैं। इसके अलावा अंग्रेजी और हिंदी विषय भी वह छात्रों को पढ़ाते हैं।