Lucknow. मलिहाबाद में विशेष समुदाय के द्वारा दिलावर नगर के रहने वाले रामविलास रावत की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मलिहाबाद के इंस्पेक्टर सियाराम वर्मा को घटना को छुपाने एवं उच्चाधिकारियों को गुमराह करने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है एवं आरोपियों के ऊपर एनएसए के तहत कार्रवाई किए जाने की संस्तुति भी कर दी है। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को तत्काल प्रभाव से पांच लाख नगद एवं किसान दुर्घटना बीमा व अनुसूचित जाति आयोग के तहत जो भी मुआवजा होता है उसके लिए तत्काल अधिकारियों को निर्देशित किया है।
आपको बता दें कि बृहस्पतिवार को मलिहाबाद थाना अंतर्गत दिलावर नगर के निवासी रामविलास रावत की गांव के ही कुछ लोगों से मामूली बात पर कहासुनी पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी जिस पर शुक्रवार को दिनभर मलिहाबाद में स्थानीय लोगों ने हाइवे को जाम कर दिया था जिस पर पुलिस ने बलपूर्वक आंसू गैस के गोले व कई राउंड फायर भी किए जिसकी सूचना मिलने पर सांसद कौशल किशोर ने जो कि वर्तमान समय में करोना पॉजिटिव होने के कारण मेदांता अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं ने संज्ञान लेकर वीडियो संदेश के जरिए पुलिस के द्वारा की गई बर्बर कार्रवाई की निंदा करते हुए वीडियो संदेश दिया दिया था जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से घटना की उच्चस्तरीय जांच कराकर जो भी दोषी अधिकारी व पुलिसकर्मी है उनके खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई की मांग की थी जिस पर मुख्यमंत्री जी ने शनिवार सुबह अस्पताल में भर्ती सांसद कौशल किशोर से फोन पर बात की और उन्हें आश्वस्त किया कि जो भी घटना के पीछे दोषी पुलिसकर्मी व अधिकारी हैं उन्हें किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी एवं घटना के जो भी आरोपी लोग हैं उनके खिलाफ रासुका लगाया जाएगा साथ ही मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा भी दिया जाएगा व जाम की घटना में जो भी घायल हुआ उसका मुफ्त में इलाज किया जाएगा।