कानपुर के पनकी थाने में तैनात इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह को पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने हटाकर रिजर्व पुलिस लाइन में भेज दिया है. इन पर आरोप था कि इन्होंने इलाके में रहने वाले सत्यम द्विवेदी को अपनी कुर्सी पर बैठाकर जूतों से पिटाई की थी. यह पूरा मामला तब सुर्खियों में आया जब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर सत्यम द्विवेदी की बात जनता के सामने रखी थी.
सपा चीफ अखिलेश यादव की प्रेस कांफ्रेंस के बाद यह मामला तेजी से चर्चा का विषय बन गया. सोशल मीडिया से लेकर आम लोगों की बैठकों तक, हर जगह इस घटना की निंदा की जाने लगी. लोगों का कहना था कि पुलिस का काम जनता की सुरक्षा करना है, न कि इस तरह से किसी को प्रताड़ित करना. विपक्षी दलों ने भी सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाए और कार्रवाई की मांग तेज हो गई.
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
पुलिस अधिकारियों का कहना था कि मामले की जांच की जा रही है और रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी. हालांकि देर रात पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह को हटाकर रिजर्व पुलिस लाइन भेजने का आदेश जारी कर दिया. वहीं काकादेव थाने के इंचार्ज को पनकी थाने का नया प्रभारी बना दिया गया. प्रशासनिक स्तर पर हुई इस कार्रवाई को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया.
स्थानीय लोगों ने बताया?
स्थानीय लोगों का कहना है कि इंस्पेक्टर के इस रवैये से पहले भी लोग परेशान रहते थे, लेकिन किसी ने खुलकर आवाज़ नहीं उठाई. सत्यम द्विवेदी का मामला सामने आने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली कि आखिरकार पुलिस प्रशासन ने कदम उठाया. वहीं, राजनीतिक हलकों में यह चर्चा भी जोरों पर है कि अगर अखिलेश यादव प्रेस कांफ्रेंस में यह मुद्दा न उठाते तो शायद कार्रवाई इतनी जल्दी नहीं होती. फिलहाल, पनकी थाने की कमान नए इंचार्ज के हाथों में है और लोगों को उम्मीद है कि अब थाने में आने वाले लोगों के साथ सही व्यवहार किया जाएगा.