जोसफ ने प्रभु यीशु के प्रतीकात्मक बाल्य रूप का श्रद्धालुओं को कराया दर्शन

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वाराणसी (www.arya-tv.com) प्रभु यीशु के आगमन की खुशी में गुरुवार की रात विश्वासी क्रिसमस की खुशी में झूम उठे। छावनी क्षेत्र स्थित सेंट मेरीज महागिरजा में मिडनाइट सर्विस के बाद बिशप डा. युजीन जोसफ ने प्रभु यीशु के प्रतीकात्मक बाल्य रूप का श्रद्धालुओं को दर्शन कराया। इसके बाद गिरजाघर परिसर में बनी चरनी में प्रतिमा स्थापित किया गया। यहां प्रभु यीशु की स्तुति में कैरोल गीत गाए गए और लोगों ने एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई दी। कोरोना महामारी के मद्देनजर पहली बार वाराणसी धर्मप्रांत से जुड़े गिरजाघरों ने आधी रात की बजाय शाम में ही मिड नाइट सर्विस की। कोविड-19 नियमों को पालन करते हुए सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया। इस दौरान आयोजित विशेष प्रार्थना सभा में विश्वशांति, खुशहाली व कोरोना से निजात की कामना की गई। बिशप डा. यूजीन जोसफ ने अपने संदेश में कहा कि ‘क्रिसमस का यह त्योहार हम सब के लिए परस्पर भाईचारा, धार्मिक सौहाद्र्र और ढेरों खुशियों वाला हो। वहीं नव-वर्ष में हम सब अपने जीवन में ईश्वर के प्रेम, आनंद व शांति का अनुभव करें।

उधर, चर्च आफ नार्थ इंडिया से जुड़े गिरजाघरों में मिड नाइट सर्विस के समय में कोई बदलाव नहीं था। नियम समय पर लाल गिरजाघर में पादरी संजय दान ने प्रार्थना कराई, जिसके बाद लोगों ने कैरल गीत गाकर प्रभु की स्तुति की। वहीं सेंट थामस चर्च-गोदौलिया में पादरी न्यूटन स्टीवंस, सेंट पाल्स चर्च-सिगरा में पादरी सैम जोशुआ ङ्क्षसह, बेथेल फुल गास्पल चर्च-महमूरगंज में पादरी अरङ्क्षवद थामस ने पूजा संपन्न कराई। इसके अलावा तेलियाबाग चर्च, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज-सिगरा, चर्च आफ बनारस-छावनी क्षेत्र एवं शिवपुर, रामकटोरा, डीरेका आदि के चर्च में भी प्रार्थना सभाएं हुईं।