(www.arya-tv.com) सपा के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान और उनके करीबियों के ठिकानों पर 6 शहरों में इनकम टैक्स की रेड 48 घंटे से जारी है। कुछ जगहों से टीमों ने बैग भरकर डॉक्यूमेंट कब्जे में लिए हैं। रामपुर में आजम खान के घर के अंदर सुनार को बुलाना पड़ा, जो संभवत: ज्वेलरी का मूल्यांकन कर रहा है। सामान की लिस्ट तैयार करने के लिए प्रिंटर भी मंगाया गया है।
रेड के दौरान कहां से क्या-क्या मिला? इनकम टैक्स ने अधिकृत तौर पर इसकी जानकारी नहीं दी है। गुरुवार शाम आयकर विभाग के अपर निदेशक (जांच) ध्रुव कुमार भी आजम खान के घर पहुंचे। मीडिया के सवालों पर ध्रुव कुमार ने सिर्फ इतना कहा कि जांच अभी जारी रहेगी। ये जांच कब तक चलेगी, अभी कुछ कह नहीं सकते हैं।
40 सदस्यों की टीम कर रही छापेमारी
रामपुर के टंकी नंबर-5 इलाके में आजम के घर पर आयकर की 40 सदस्यों की टीम बुधवार सुबह से जांच कर रही है। छापेमारी करने पहुंची टीम की गाड़ियों के नंबर प्लेट लखनऊ-कानपुर और दिल्ली की है। रेड के दौरान आजम खान अपनी पत्नी और बेटों के साथ घर पर ही मौजूद हैं।
रेड के पीछे की वजह 22.22 करोड़ का चंदा?
दरअसल, रेड का यह पूरा मामला आजम खान के जौहर अली ट्रस्ट को मिले 22.22 करोड़ चंदे से जुड़ा हुआ है। साल 2016 में देश में जब नोटबंदी चल रही थी, ये उन दिनों की बात है। रामपुर के मौजूदा BJP विधायक आकाश सक्सेना का कहना है कि उनकी शिकायत पर IT रेड चल रही है। हालांकि, आयकर विभाग ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है।
BJP विधायक बोले- मेरी शिकायत पर हो रहा एक्शन
रामपुर के BJP विधायक और आजम के धुर विरोधी माने जाने वाले आकाश सक्सेना ने इनकम टैक्स रेड की कार्रवाई की वजह बताई। उन्होंने कहा,”साल 2019 में मैंने गृह मंत्रालय को एक शिकायत भेजी थी। इस शिकायत के साथ साल 1995 से लेकर 2019 तक जौहर अली ट्रस्ट की वार्षिक बैलेंस सीट भी थी। इस सीट के अनुसार जौहर ट्रस्ट को साल 2015-16 में 2222.50 लाख रुपए का दान मिला था। अकेले एक ही व्यक्ति ने 60 करोड़ रुपए का चंदा ट्रस्ट को दिया है।”
सक्सेना ने आगे कहा, “इस दौरान उत्तर प्रदेश में सपा सरकार थी। बैलेंस सीट से स्पष्ट हो रहा था कि सपा सरकार में अवैध सोर्स के जरिए ये दान लिया गया था।” विधायक का दावा है कि मेरी इसी शिकायत के बाद इनकम टैक्स अब ये कार्रवाई कर रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, विधायक की शिकायत पर गृह मंत्रालय ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को जांच का आदेश दिया था। ED ने 1 अगस्त 2019 को आजम खान के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। ईडी कई बार आजम खान से पूछताछ भी कर चुकी है।