(www.arya-tv.com) तेहरान. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने शुक्रवार को हिब्रू भाषा में एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यहूदी राष्ट्र ‘अमेरिकी समर्थन के बिना, कुछ ही दिनों में खत्म हो जाएगा.’ एक्स पर अपनी पोस्ट में खामेनेई ने कहा, “ज़ायोनी सरकार (इज़रायल) आपसे झूठ बोल रही है, और यह तब भी झूठ बोल रही थी जब उसने फिलिस्तीनियों के साथ अपने कैदियों के बारे में चिंता व्यक्त की थी.”
ये कैदी गाजा में हमास आतंकवादी समूह द्वारा रखे गए इजरायली बंधकों के संदर्भ में थे. इज़रायली अधिकारियों के अनुसार, गाजा में वर्तमान में 242 लोग बंदी हैं, जिनमें इज़रायली और विदेशी नागरिक शामिल हैं. खामेनेई ने आरोप लगाया कि इज़राइल अब “असहाय और भ्रमित” है. ईरान के सर्वोच्च नेता ने कहा, “और अमेरिकी समर्थन के बिना (इज़रायल) कुछ ही दिनों में चुप हो जाएगा.”
लेबनानी-इजरायल सीमा पर तनाव तब शुरू हुआ जब हिजबुल्लाह ने 7 अक्टूबर को यहूदी राष्ट्र पर हमास के अचानक हमले के समर्थन में 8 अक्टूबर को इजरायली सैन्य स्थलों की ओर कई रॉकेट दागे. जवाब में, इजरायली सेना ने उसी दिन दक्षिणपूर्वी लेबनान पर भारी तोपखाने दागे.
दूसरी तरफ, लेबनान से लगी उत्तरी सीमा पर, शुक्रवार देर शाम हिजबुल्ला के नेता हसन नसरल्ला के प्रस्तावित भाषण से पहले तनाव बढ़ गया है, जिससे संघर्ष के क्षेत्रीय स्वरूप लेने की आशंका बढ़ गई है. पिछले महीने इजरायल पर हमास के हमले के बाद से नसरल्ला की यह पहली सार्वजनिक टिप्पणी होगी.
हमास के सहयोगी हिजबुल्ला ने उत्तरी इलाके में इजराइली मोर्चों पर ड्रोन, मोर्टार और आत्मघाती ड्रोन से हमले किए. इजरायली सेना ने कहा कि उसने लड़ाकू विमानों और युद्धक हेलिकॉप्टरों के जरिये जवाबी कार्रवाई की.इजरायल-हमास युद्ध सात अक्टूबर को भड़कने के बाद, हिजबुल्ला ने लेबनान से लगी इसकी सीमा पर इजरायल की सेना को फंसाये रखने के लिए सुनियोजित कदम उठाये हैं, और अब तक पूर्ण युद्ध छिड़ने की परिस्थिति नहीं बनी है. गाजा में अब तक 9,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, और 1,400 अन्य लोग इजरायल में मारे गए हैं, जिनमें मुख्य रूप से नागरिक हैं जो हमास के शुरूआती हमले में मारे गए.