चीन ने मंगलवार (20 मई 2025) को भारत और पाकिस्तान के बीच ‘व्यापक और स्थायी संघर्षविराम’ का आह्वान किया और उनसे बातचीत के जरिए मतभेदों को उचित तरीके से सुलझाने की अपील की. इसके साथ ही, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में अपने ‘अटल मित्र’ पाकिस्तान के प्रति चीन का समर्थन भी व्यक्त किया. वांग की यह टिप्पणी पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इसहाक डार के साथ बैठक के दौरान आई. डार तीन दिवसीय यात्रा पर यहां आए हैं.
डार भारत के पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ढांचे पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत लक्षित हमले किये जाने के बाद चीन का दौरा करने वाले पहले उच्चस्तरीय पाकिस्तानी अधिकारी हैं. भारत ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में छह मई की देर रात सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की थी. पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे.
भारत को लेकर क्या बोला चीन?
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार वांग ने डार से कहा, ‘‘चीन-पाकिस्तान और भारत बातचीत के जरिए उनके मतभेदों को उचित तरीके से सुलझाने, व्यापक और स्थायी संघर्षविराम हासिल करने और मौलिक समाधान तलाशने का स्वागत और समर्थन करता है.’’ उन्होंने डार से कहा ,‘‘ यह भारत और पाकिस्तान दोनों के मौलिक और दीर्घकालिक हितों के अनुरूप है तथा क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए अनुकूल है एवं अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आम अपेक्षा भी यही है.’’
पाकिस्तान के समर्थन का प्रॉमिस
‘ग्लोबल टाइम्स’ के अनुसार वांग ने डार से कहा, ‘‘एक अटल मित्र के रूप में, चीन हमेशा की तरह, पाकिस्तान को उसकी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने, उसकी राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुकूल विकास पथ तलाशने, आतंकवाद का डटकर मुकाबला करने और अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में बड़ी भूमिका निभाने में दृढ़ता से समर्थन करेगा.’’
सिंधु जल समझौते पर भी चीन से शिकायत
वांग के अलावा, डार ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के अंतरराष्ट्रीय विभाग (आईडीसीपीसी) के प्रभावशाली मंत्री लियू जियानचाओ से भी मुलाकात की और भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष से पैदा हुए मुद्दों के अलावा 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित रखने के नयी दिल्ली के फैसले पर भी चर्चा की. डार ने वांग को 10 मई को पाकिस्तान और भारत के बीच चार दिनों के सैन्य संघर्ष के बाद सभी सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनने के बाद की नवीनतम स्थिति और पाकिस्तान के विचारों से परिचित कराया.
डार बोले- पाकिस्तान बातचीत को तैयार
डार ने कहा कि पाकिस्तान अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की दृढ़ता से रक्षा करेगा और साथ ही वह स्थिति को सामान्य बनाने के लिए भारत के साथ बातचीत जारी रखने को तैयार है. उन्होंने सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) को स्थगित करने के भारत के फैसले पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा ध्यान दिए जाने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार जम्मू-कश्मीर विवाद का समाधान दक्षिण एशिया में स्थायी शांति के लिए महत्वपूर्ण है