द वीक मैग्जीन में हिंदू देवी-देवताओं के अपमान पर इंडियन नेशनल लीग ने जताया विरोध

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(www.arya-tv.com)  केरल की मैग्जीन द वीक में हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने वाली तस्वीर प्रकाशित करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कोतवाली में एफआईआर दर्ज होने और हिंदू संगठनों के विरोध-प्रदर्शन के बाद अब इस विवादित मामले को लेकर इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद सुलेमान का बयान भी सामने आया है। उन्होंने सरकार से इस तरह के विवादित बयानों और आर्टिकलों पर रोक लगाने के लिए प्रयास करने की मांग की है। साथ ही कहा है कि इस तरह के बयानों से देश की छवि खराब होती है, इसलिए सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।

केरल की है मैग्जीन

बता दें कि केरल की द वीक पत्रिका में पेज नंबर 62 और 63 पर एक आपत्तिजनक लेख प्रकाशित किया गया है जिसमें भगवान शिव और मां काली की अशोभनीय तस्वीरें छपी थीं। इससे हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। मैग्जीन ने अपने 24 जुलाई 2022 के एडिशन में मां काली पर विशेष अंक निकाला गया था जिसमें हिंदू देवी-देवताओं की आपत्तिजनक फोटो प्रकाशित की गई। इसके बाद ही पूरे देश में बवाल हुआ था। कानपुर के कोतवाली थाने में इस संबंध में मैग्जीन प्रबंधन पर एक एफआईआर भी दर्ज हुई। इसके अलावा, हिंदू संगठनों ने कार्रवाई की मांग कर विरोध-प्रदर्शन भी किया था।

अकारण एक विवाद खड़ा किया गया

इंडियन नेशनल लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद सुलेमान ने कहा है कि यह मलयालम भाषा की पत्रिका है। इसमें छपा आर्टिकल सभ्य समाज में कतई स्वीकार्य नहीं है, ये एक वर्ग विशेष की भावनाओं को भड़काने वाला है। इसके लिए भारतीय संविधान में व्यवस्था है कि कार्रवाई हो। अकारण एक विवाद खड़ा किया गया। उन्होंने कहा कि केरल में एलडीएफ की सरकार है, हम उनसे और अपने पदाधिकारियों से संपर्क में हैं। बात करेंगे कि मैग्जीन के संपादक एवं लेखक पर वैधानिक कार्रवाई हो, उन्हें जेल भेजा जाए।

इस सरकार में आ रहे ज्यादा मामले

उन्होंने कहा कि इस तरह के आपत्तिजनक आर्टिकल छापने या विवादित बयान देने से देश का माहौल खराब होता है। इस सारकार में आठ साल से यह ज्यादा हो रहा है, यह दुर्भाग्य है। इसका पता लगाया जाना चाहिए कि आखिर इस सरकार में ही इस तरह के विवादित बयान क्यों सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों भाजपा नेता नुपुर शर्मा ने पैगंबर साहब को लेकर बयान दिया था जिस पर काफी विवाद भी हुआ। किसी भी धर्म, चाहे वो हिंदू हो या मुस्लिम, उनके आराध्य देवी-देवताओं का अपमान नहीं होना चाहिए। इससे देश की छवि खराब होती है। इस आर्टिकल से जो प्रतिक्रिया होगी, उससे देश की छवि खराब होगी। उन्होंने मांग की है कि इस तरह की हरकतों को रोका जाएं और ऐसा करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो।