बचपन तंगी में गुजरा, स्कूल में दोस्त नहीं थे:डॉक्टर ने कहा था कभी डांस नहीं कर पाएंगे ऋतिक

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(www.arya-tv.com) बॉलीवुड के ग्रीक गॉड ऋतिक रोशन का आज 49वां बर्थडे है। अपनी स्टाइल से सबको दीवाना बनाने वाले ऋतिक ने कहो ना प्यार है से लेकर वॉर तक, जैसी बेहतरीन फिल्मों में काम किया है। बचपन, फिल्मों में आने से लेकर अभी तक की उनकी जर्नी कई उतार-चढ़ाव से भरी रही।

जब ऋतिक पैदा हुए तो उनके पापा राकेश रोशन एक स्ट्रगलिंग डायरेक्टर थे, जिस वजह से तंगी भी थी। आलम ये था कि कई रातें उन्होंने जमीन पर सो कर गुजारी हैं। राकेश रोशन की फिल्में फ्लॉप हुईं तो घर का किराया देने के पैसे भी नहीं थे और मकान मालिक ने घर खाली करा लिया था। ऐसे वक्त में ऋतिक को अपनी नानी के घर भी 6 महीने रहना पड़ा।

फिर वक्त बदला और उन्हें फिल्मी दुनिया में एंट्री मिली और आज ऋतिक 3000 करोड़ के मालिक हैं। पहली फिल्म रिलीज हुई कि अंडरवर्ल्ड के लोगों ने पापा राकेश रोशन पर गोलियां चला दीं। खुद को इसका कसूरवार समझ कर ऋतिक ने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने का फैसला कर लिया था, मगर ऐसा हुआ नहीं और वो फिल्म इंडस्ट्री में आगे बढ़ते गए।

बचपन में हकलाने की परेशानी थी तो कई फिल्म शूटिंग के दौरान बड़े हादसे का शिकार भी हुए, लेकिन उन्होंने सभी परेशानियों को जैसे-तैसे पार कर खुद को कामयाबी के शिखर पर स्थापित किया।

हकलाने की वजह से स्कूल में नहीं थे कोई दोस्त
बचपन में ऋतिक हकलाते थे। इस कारण स्कूल के बाकी बच्चे उन्हें चिढ़ाते और परेशान करते थे। इस बात का खुलासा हाल ही में ऋतिक ने एक इंटरव्यू में किया था कि हकलाने की वजह से गर्लफ्रेंड तो दूर उनका कोई दोस्त तक नहीं था।

उनके मुताबिक वो समय उनके लिए बहुत खराब था और वो अकेले में बैठ कर घंटों रोते रहते थे। इस वजह से वो मौखिक परीक्षाओं में नहीं जाना चाहते थे। वो कभी चोट तो कभी किसी बीमारी का बहाना बनाते थे। घरवालों ने उनकी स्पीच थेरेपी करवाई थी, जिससे उन्हें काफी मदद मिली।

बचपन में देखी आर्थिक तंगी, 6 महीने नानी के घर रहे
ऋतिक का बचपन कई मायनों में अच्छा नहीं था। जब वो पैदा हुए थे तो उनके पापा राकेश रोशन एक स्ट्रगलिंग डायरेक्टर थे और हीरो भी। खुद राकेश रोशन को ज्यादातर फिल्मों में सपोर्टिंग एक्टर का रोल ही मिलता था। 1980 में बतौर डायरेक्टर उन्होंने फिल्म बनाई आपके दीवाने, जो बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही। 1980 से 86 के बीच खूब संघर्ष ही रहा इस दौरान राकेश रोशन का एक्टिंग करियर भी कुछ खास नहीं चल रहा था। इस कारण आर्थिक स्थिति भी काफी खराब रही।

बात 1982-83 की है, ऋतिक जब 8-9 साल के थे। किराया न चुका पाने के कारण मकान मालिक ने उनके पापा राकेश से घर खाली करवा लिया था। तब 6 महीने वो अपनी नानी के घर में रहे थे। बाद में किसी फिल्म से उन्हें मुनाफा हुआ तो उन्होंने एक घर खरीदा, लेकिन उस घर में चार दीवारों के सिवा और कुछ भी नहीं था। पूरा परिवार जमीन पर चटाई और गद्दा बिछाकर सोता था। 1987 में आई खुदगर्ज से राकेश रोशन का करियर फिर चल पड़ा। ये फिल्म उनके डायरेक्शन में बनी पहली सुपरहिट फिल्म थी। इसके बाद राकेश ने किंग अंकल, करण-अर्जुन सहित कई हिट फिल्में बनाईं।

दो अंगूठे थे तो स्कूल में बच्चे बात नहीं करते थे
ऋतिक रोशन दो अंगूठे के साथ पैदा हुए थे, इस वजह से बचपन में उन्हें परेशानियां हुईं। जब वो स्कूल में थे, तो दो अंगूठे की वजह से बाकी बच्चे उन्हें अलग मानते थे इसलिए कोई भी बच्चा उनसे बात नहीं करता था।

जब डॉक्टर ने कहा था कि वो डांस नहीं कर पाएंगे
20 साल की उम्र में ऋतिक को स्कोलियोसिस नाम की बीमारी हो गई थी। इस वजह से डॉक्टर ने उन्हें कहा था कि वो आगे चलकर डांस नहीं कर पाएंगे। ये बीमारी रीढ़ की हड्डी से संबंधित थी, जिसमें हड्डी सीधी ना रहकर एक तरफ झुक जाती है।

इस बीमारी के बारे में पता चलने के एक साल बाद ऋतिक ने जॉगिंग की मदद से खुद पर काम किया और ठीक हो गए।

बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर की थी करियर की शुरुआत, सेट पर मौजूद लोगों को चाय भी पिलाते थे
ग्रेजुएशन के बाद ऋतिक ने बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर अपने करियर की शुरुआत की। उन्होंने अपने पापा को फिल्म खुदगर्ज (1987), किंग अंकल (1993), करण अर्जुन (1995) और कोयला (1997) जैसी फिल्मों में असिस्ट किया। शूटिंग के दौरान ऋतिक फर्श पर झाड़ू लगाने और सेट पर मौजूद लोगों को चाय पिलाने का भी काम किया करते थे।

जब शूटिंग के दौरान एक्टर्स के सीन्स शूट हो जाते थे तो ऋतिक कैमरा मैन को रोक लेते थे और उनसे कहते थे कि वो अब कुछ शॉट देंगे जिसको वो रिकाॅर्ड करें। बाद में जब फिल्म को एडिट किया जाता था तो वो अपने सीन्स की अलग से रील बनवा लिया करते थे। बाद में उसी रील को देखा करते थे और सोचते थे कहां-क्या बेहतर हो सकता था।

जब दोस्तों के सामने पापा ने की थी पिटाई
ऋतिक एक बार अपने दोस्तों के साथ घर पर पार्टी कर रहे थे। इसी दौरान वो और उनके दोस्तों ने खेल-खेल में कांच की खाली बोतलें घर की छत से फेंकनी शुरू कर दीं। जब उनकी इस हरकत पर राकेश रोशन की नजर पड़ी तो उनको बहुत गुस्सा आया जिसके बाद उन्होंने ऋतिक को दोस्तों के सामने ही बहुत पीटा।

ये पहली और आखिरी बार था जब उन्होंने ऋतिक की पिटाई की थी। इस बात का खुलासा ऋतिक ने खुद एक इंटरव्यू में किया था।

कहो ना प्यार के लिए शाहरुख खान थे पापा राकेश रोशन की पहली पसंद
ऋतिक शेखर कपूर की फिल्म तारा रम पम पम से एक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाले थे, लेकिन वो फिल्म बन नहीं सकी। इसके बाद उन्होंने फिल्म कहो ना प्यार से डेब्यू किया जिसमें उनके अपोजिट अमीषा पटेल नजर आई थीं।

गौर करने वाली बात ये है कि इस फिल्म में राकेश रोशन शाहरुख खान को कास्ट करना चाहते थे, लेकिन उनको फिल्म की स्क्रिप्ट पसंद नहीं आई थी। जिसके बाद उन्होंने किसी दूसरे एक्टर को अप्रोच नहीं किया और बेटे ऋतिक को ही फिल्म के लीड रोल के लिए कास्ट कर लिया।