प्रदेश के अधिकतर सरकारी अस्पतालों में अब मरीजों को अत्याधुनिक लेप्रोस्कोपिक तकनीक से सर्जरी की सुविधा मिल सकेगी। इस तकनीक के आने से राजधानी ही नहीं, जिलों में भी मरीजों को बड़े चीरे, ज्यादा दर्द, अधिक खून बहने और हफ्तों अस्पताल में भर्ती रहने से छुटकारा मिलेगा। छोटे चीरे में बड़ी सर्जरी संभव होगी और मरीज जल्दी घर लौट सकेगा।
इसके लिए राज्य सरकार ने राजधानी लखनऊ के राम सागर मिश्र संयुक्त चिकित्सालय, रायबरेली जिला चिकित्सालय और महाराजगंज जिला संयुक्त चिकित्सालय में लेप्रोस्कोपिक सेट खरीदे जाने की मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही आधुनिक एनेस्थिसिया टेबल और कलर डाप्लर अल्ट्रासाउंड मशीनों की खरीद को भी न केवल मंजूरी मिली, बल्कि लगभग 5.90 करोड़ रुपये का बजट भी जारी कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव आनंद कुमार राय ने बुधवार को स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. रतन पाल सिंह सुमन को आदेश जारी कर दिया।
शासन की ओर से जारी बजट में रायबरेली जिला चिकित्सालय को लेप्रोस्कोप सेट के अलावा 35 लाख की कलर डाप्लर अल्ट्रासाउंड मशीन, डिजिटल एक्स-रे और ए-स्कैन मशीन की खरीद की अनुमति मिली है, इसी प्रकार गर्भवती महिलाओं के इलाज को ध्यान में रखकर कानपुर के एएचएम डफरिन चिकित्सालय व गोरखपुर जिला महिला चिकित्सालय में हाईटेक सेटअप स्थापित किया जा रहा है। दोनों ही अस्पतालों में आधुनिक अल्ट्रासाउंड मशीनें, ओटी टेबल और सीबीसी मशीनें स्वीकृत की गयी हैं, आधुनिक अल्ट्रासाउंड मशीनों के आने से गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा ।
राम सागर मिश्र संयुक्त चिकित्सालय को बड़ा बजट
20–20 लाख रुपये के दो लेप्रोस्कोपिक सेट
आंखों की सर्जरी के लिए दो फेको मशीन
सी-आर्म मशीन, एनेस्थिसिया वर्क स्टेशन, डिजिटल एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, ए-स्कैन
बॉडी डीप फ्रीजर, इलेक्ट्रिकल ड्रिल सा., इलेक्ट्रो कॉट्री, डिफिब्रिलेटर आदि के लिए भी बजट स्वीकृत
महाराजगंज जिला अस्पताल अपग्रेड
20 लाख का लेप्रोस्कोप सेट
30–30 लाख के दो एनेस्थिसिया वर्क स्टेशन
सी-आर्म मशीन, नॉन-कांटेक्ट टोनोमीटर
ऑटोमेटेड कैरोटोमीटर एंड रिफ्रैक्टोमीटर
डेंटल एक्स-रे, एबीजी मशीन
250 केवीए क्षमता का जनरेटर मंजूर
