(www.arya-tv.com)वाराणसी: नींद में बात करना, जिसे सोमनिलोकी के नाम से भी जाना जाता है, एक आम नींद विकार है. जिसमें व्यक्ति सोते समय अनजाने में बात करता है. यह समस्या कई लोगों को प्रभावित करती है और उनके साथ सोने वालों के लिए भी परेशानी का कारण बन सकती है. इस समस्या के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे तनाव, चिंता, थकान, या नींद की अन्य गड़बड़ियां. इस पर विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ देशी उपायों को अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. BHU के आयुर्वेद विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर और नींद विकारों के जानकार सुशील कुमार वैद्य ने इस समस्या के लिए कुछ देशी समाधान बताए हैं.
1.तुलसी के पत्ते का सेवन : तुलसी के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करते हैं. रोज सुबह तुलसी के पत्तों का सेवन करने से मन शांत रहता है और नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है.
2.अश्वगंधा का उपयोग : अश्वगंधा एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है. सोने से पहले अश्वगंधा का चूर्ण या कैप्सूल लेने से नींद में सुधार होता है और नींद में बात करने की समस्या कम हो सकती है.
3.गुनगुना दूध पीना : सोने से पहले एक गिलास गुनगुना दूध पीने से नींद अच्छी आती है. दूध में मौजूद ट्रिप्टोफैन एक प्रकार का अमीनो एसिड है जो सेरोटोनिन और मेलाटोनिन के स्तर को बढ़ाकर नींद में सुधार करता है.
4.योग और प्राणायाम : नियमित रूप से योग और प्राणायाम करने से मन शांत होता है और शरीर में ऊर्जा का सही प्रवाह होता है. इसके लिए आप शाम को हल्के योगासन और प्राणायाम कर सकते हैं, जिससे तनाव और चिंता कम होती है और नींद में सुधार होता है.
5.शांति और सुकून का माहौल : सोने का वातावरण शांत और सुकून भरा होना चाहिए. तेज रोशनी, शोरगुल और अन्य विकर्षणों से बचें. सोने से पहले थोड़ी देर ध्यान और साधना करें, जिससे मन शांत होता है और अच्छी नींद आती है.
6.गाय के घी का प्रयोग:गाय के घी के प्रयोग से ही हम नींद में बात करने की समस्या से छुटकारा पा सकते है.इसके लिए गाय के शुद्ध देशी घी की 2 बूंदों को हमे सोने से पहले नाक में डालना चाहिए.इससे भी नींद की समस्याएं दूर होती है.