अमेठी डीपीआरओ Suspend:30 हजार घूस लेने के मामले में शासन ने लिया एक्शन

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(www.arya-tv.com)30 हजार घूस लेने के मामले में शासन ने शुक्रवार को अमेठी की जिला पंचायत राज अधिकारी (DPRO)श्रेया मिश्रा को संस्पेंड कर दिया है। घूस लेते रंगे हाथों विजिलेंस टीम के पकड़े जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है। शासन की कार्रवाई के बाद सीडीओ अंकुर लाठर ने एडीओ पंचायत भादर को डीपीआरओ का चार्ज सौंप दिया है।

ये था पूरा मामला

जिले के बाजार शुकुल ब्लॉक के एक गांव में तैनात सफाई कर्मी सुशील कुमार का कई महीने का वेतन बकाया था। उसने डीपीआरओ पर आरोप लगाया था कि, वेतन का भुगतान करने के लिए महिला अधिकारी ने 30 हजार रुपए की रिश्वत की डिमांड की थी। 17 जून को जब सुशील कुमार श्रेया मिश्रा के कार्यालय गया और रिश्वत दी। इस बीच उसने रिश्वत देते उनका वीडियो बना लिया था। जो अब सामने आया है। इसपर डीएम अरुण कुमार ने कहा कि, मामला संज्ञान में नहीं है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

छानबीन कर भेजा जेल

सुशील कुमार की शिकायत पर 17 जून को ही लखनऊ विजिलेंस टीम ने श्रेया मिश्रा को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार करने के बाद टीम उन्हें अमेठी के एक होटल में ले गई थी। जहां से देर शाम टीम के लोगों ने उनके गौरीगंज ब्लॉक स्थित उनके आवास पर पहुंचकर छानबीन भी की थी। घर में टीम को करीब 1.5 लाख रुपए कैश मिले थे। जिसके बाद उनको जेल भेज दिया गया।

काम के बदले करती थीं डिमांड

पहले भी वह कई लोगों से काम के बदले रिश्वत की डिमांड कर चुकी हैं। प्रतापगढ़ जिले के बड़नपुर निवासी स्व. तेज बहादुर सिंह की पत्नी सुमन देवी ने बीते दिनों शिकायत की थी कि, ड्यूटी के दौरान दुर्घटना में उनके पति की 15 सितंबर 2020 को मौत हो गई थी। इसके बाद उनका फंड रिलीज करने के लिए डीपीआरओ श्रेया मिश्रा ने अपने पिता को आधी रकम देने की डिमांड की थी। उस समय कार्यालय में उनके पिता भी मौजूद थे। लेकिन, जब सुमन ने ऐसा करने से मना कर दिया, तो उसको फंड और नौकरी से वंचित कर दिया गया। अब यह मामला हाईकोर्ट में लंबित है।

ऐसे बनाया था वीडियो

सफाई कर्मी ने बताया कि, डीपीआरओ की करतूत को सबके सामने लाने के लिए उन्होंने कार्यालय के एक बाबू को अपने साथ मिला लिया था। फिर बाबू की मद्द से यह वीडियो बनाया। उन्होंने आरोप लगाया कि, डीपीआरओ कार्यालय में हर काम का अलग रेट तय था। पैसा दिए बिना कोई काम नहीं होता था।