कमजोर वर्गों की मदद के लिये शुरू हुआ गिव विद डिग्निटी अभियान

Lucknow
  •  राजभवन में राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने की शुरूआत

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पाटिल ने वैश्विक महामारी कोविड19 के दौरान आयी कठिन परिस्थितियों से आज भी जूझ रहे कमजोर वर्ग के लोगों की सहायता के लिये मुकुल माधव फाउण्डेषन के गिव विद डिग्निटी अभियान की आज यहां राजभवन में शुरूआत की। इस मौके पर श्रीमती आनंदीबेन ने कहा यह कोविड-19 जैसे चुनौतीपूर्ण समय में लोगों और छोटे किसानों व स्थानीय व्यवसायों दोनों के लिए की जिम्मेदारीपूर्ण सहायता के लिए एक स्वागत-योग्य एवं अत्यावश्यक पहल है।

मैं मुकुल माधव फाउंडेशन की आभारी हूं जिन्होंने लोगों और कोविड-19 के फ्रंटलाइन वॉरियर्स को राहत व सहायता प्रदान करने के लिए सभी सरकारी प्रयासों में लगातार अपना सहयोग दिया और मैं आशा करती हूं कि कई अन्य संगठन इस पहल का अनुकरण करेंगे। कोविड19 के संकट से गुजर रहे देश में मुकुल माधव फाउण्डेशन कमजोर लोगों की मदद के लिये शुरू किये गये अखिल भारत मिशन के तहत भारत के 24 राज्यों के 70,000 परिवारों के 2.8 लाख से अधिक लोगों तक पहुंचकर उन्हें किराने का सामान एवं हाइजिन किट्स उपलब्ध कराना था जिससे चार सदस्यों वाला परिवार 21 दिनों तक अपना काम चला सके। यह महामारी काफी अनिश्चिततापूर्ण रही है।

हर घंटे पर, नई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। निडर और अविचलित, मुकुल माधव फाउंडेशन (एमएमएफ) अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए तेजी से पहुंच रहा था। राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते विचित्र मानवीय संकट पैदा हुआ – अनेक लोगों की नौकरियां चली गयीं, छोटे कारोबार बाध्य होकर बंद हो गये और समूचे समुदाय का स्वास्थ्य, सुरक्षा व कल्याण दांव पर लगा था। स्थानीय आजीविकाओं में सहायता करने और अर्थव्यवस्था को सहयोग देने हेतु, एमएमएफ ने देश भर के एमएसएमई और सेल्फ हेल्प ग्रुप्स (एसएचजी) से इन राशन किट्स के लिए स्थानीय रूप से उत्पाद मंगाये। भारत के 24 राज्यों ने समर्थन किया और वो ’गिव विद डिग्निटी’ पहल को अपना सहयोग दे रहे हैं। इसी क्रम में आज यहां राजभवन में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल के हाथों इस अभियान की शुरूआत की गयी।