भारत सरकार ने विदेशी ट्रांजेक्शन को बनाया आसान, शेयर बाजार में आ सकती है बंपर तेजी

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(www.arya-tv.com) शेयर बाजार इन दिनों रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में ये नई छलांग लगा सकता है। इसकी वजह भारत सरकार का एक फैसला है। इसके चलते भारतीय कंपनियां विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FII)से आसानी से पैसे जुटा पाएंगे, जबकि अभी भारतीय कंपनियों के पास विदेशों से फंड जुटाने के कुछ सीमित ऑप्शन ही होते हैं।

जी हां, भारत सरकार ने भारतीय कंपनियों को अब गुजरात के गिफ्ट सिटी में रजिस्टर्ड एक्सचेंजेस में लिस्ट कराने की अनुमति दे दी है। यहां पर विदेशी ट्रांजेक्शन को आसान बनाया गया है। इस महीने की शुरुआत में ही भारतीय शेयरों में कारोबार करने वाला एक्सचेंज सिंगापुर से गिफ्ट सिटी में ट्रांसफर हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते ही गिफ्ट की नींव रखी थी। यहां पर इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेस सेंटर (IFSC) डेवलप किया गया है, जिसे केंद्र सरकार की ओर से कई तरह की टैक्स और कानूनी छूट मिली हैं।

विदेशी फंड जुटाना होगा आसान

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय कंपनियां अब आईएफएससी और विदेशी शेयर एक्सचेंजेस में खुद को डायरेक्ट लिस्ट करा सकती हैं। अब सरकार के इस निर्णय से भारतीय कंपनियों की विदेशी पूंजी खासकर के विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों तक पहुंच आसान हो जाएगी। जबकि मौजूदा वक्त में कंपनियां सिर्फ अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट (एडीआर) और ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसीट (जीडीआर) के माध्यम से विदेशों से पैसा जुटा पाती हैं।

शेयर बाजार में आएगा उछाल

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार को ये निर्णय लेते हुए खुशी हो रही है कि अब लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियों की आईएफएससी पर डायरेक्ट लिस्टिंग हो सकेगी।ये एक बड़ा कदम है।इससे कंपनियों को ग्लोबल कैपिटल तक पहुंच मिलेगी और बेहतर वैल्यूएशन भी हासिल होगी।ऐसे में जब भारतीय कंपनियों के पास विदेशी पूंजी तक पहुंच आसान होगी और उनकी वैल्यूएशन में इजाफा होगा। इसका सीधा असर शेयर मार्केट में उछाल के तौर पर देखने को मिल सकता है। वैसे भी भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की दिलचस्पी एक इंपोर्टेंट मार्केट ड्राइविंग फोर्स का काम करती है।