(www.arya-tv.com) चंबल की बदनाम छवि को बदलने के इरादे से उत्तर प्रदेश के इटावा के बीहड़ों में स्थापित सफारी पार्क में अब अजगरों का भी आतंक देखा जा रहा है. इटावा लायन सफारी पार्क में एक दुर्लभ ब्लैकबक यानी काले हिरण का शिकार एक अजगर ने कर लिया. इसके बाद उसके शव का पोस्टमार्टम कराया गया, हालांकि सफारी के कर्मियों ने अजगर को पकड़ जरूर लिया है.
इटावा सफारी पार्क में यह कोई पहला मामला नहीं है ,जिसमें किसी अजगर ने ब्लैकबक का शिकार किया हो, इससे पहले 2 हिरण और एक ब्लैक बक भी अजगर के हमले के शिकार हो चुके हैं. सफारी में साढ़े तीन माह से वन्यजीवों पर मौत का साया मंडरा रहा है. हालात अगर यही रहे तो सफारी वन्य जीवों के लिए श्मशान बनकर रह जायेगी. 103 दिनों में 13 वन्यजीवों की अब तक मौत हो चुकी है. एंटीलोप सफारी में अजगर के हमले से काले हिरण की मौत हो गई है. सफारी पार्क में हिरणों पर अजगर के हमले की यह तीसरी घटना है. डेढ़ माह पूर्व भी एक अजगर के हमले से चीतल की मौत हो गई थी. तब भी सफारी प्रशासन ने इस मौत की घटना को मीडिया के सामने नहीं आने दिया था. लेकिन मीडिया की पड़ताल पर 24 घंटे बाद चीतल की मौत की पुष्टि की गई थी.
बीते सोमवार को भी यह वाकया सामने आया कि अजगर के हमले में घायल हुए काले हिरण की मंगलवार को मौत हो गई, लेकिन सफारी प्रबंधन ने अंदर ही अंदर हिरण का पोस्टमार्टम करवाकर उसका शव का निस्तारण कर दिया. सफारी रेंजर को कई बार फोन करने के बाद सफारी निदेशक ने बुधवार देर शाम प्रेस नोट जारी करके एक काले हिरण के मरने की पुष्टि की. हमलावर अजगर को सफारी टीम ने पकड़कर बाहर का रास्ता दिखा दिया है. बता दें बीते साढ़े तीन माह से सफारी पार्क में वन्य जीवों की लगातार मौत हो रही है. 13 वन्य जीवों की मौत हो चुकी है, जिसमें शेरों के शावक, भालू, चीतल, तेंदुए और उनके शावक, एंटीलॉप सफारी प्रबंधन की लापरवाही की भेंट चढ़ गए.
सफारी में अब तक हुईं वन्यजीवों की मौत
सफारी निदेशक दीक्षा भंडारी ने बताया कि अजगर के हमले के कारण मंगलवार को एक काले हिरण की मौत हो गई. उसका सफारी में ही पोस्टमार्टम कराया गया. उसके बाद उसके शव का निस्तारण कर दिया गया.
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( 103 दिन 13 वन्य जीवों की मौत )……….
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