(www.arya-tv.com) यमुना में बाढ़ की संभावना को लेकर आज डीएम नवनीत सिंह चहल ने डूब क्षेत्र के गांव का दौरा किया। उन्होंने तहसील सदर के गांव तनौरा, नूरपुर आदि गांव के लोगों को अलर्ट किया। पिनाहट क्षेत्र में चंबल में जल स्तर बढ़ने को लेकर भी अलर्ट जारी किया गया है। आगरा सीमा क्षेत्र में 80 से अधिक गांवों ऐसे हैं जिनमें यमुना और चंबल में खतरे के निशान के ऊपर जाते ही बाढ़ आ जाती है। अकेले यमुना डूब क्षेत्र में ही ऐसे 45 से अधिक गांव हैं। प्रशासन स्तर से इन गांवों में मुनादी कराई जा रही है। मोटर बोट और गोताखोरों को भी तैयार रहने के लिए कहा गया है। अधिकारी रोजाना यमुना और चंबल किनारे के गांव में बनी बाढ़ चौकियों का निरीक्षण कर रहे हैं।
1978 में आई थी आगरा में बाढ़
आगरा में वर्ष 1978 में बाढ़ आई थी। दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे पर पहुंचते ही वहां से भी यमुना में 4 दिन के अंतराल में 2 बार पानी छोड़ा गया है। सिंचाई विभाग के एसई ज्ञानप्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली से छोड़े गए पानी के बाद आगरा में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान या इससे ऊपर जा सकता है। फिलहाल यमुना में जलस्तर खतरे के निशान से काफी नीचे है। यमुना का जलस्तर वर्तमान में करीब तीन मीटर नीचे है। 150 मीटर पर यमुना में खतरे का निशान है। मथुरा की तरफ यमुना में जलस्तर बढ़ रहा है। आज रात से आगरा शहर में भी यमुना जल स्तर बढ़ने का अनुमान है।