ज्ञानवापी को लेकर वाराणसी कोर्ट का बड़ा फैसला:एक साथ सुने जाएंगे सातों केस; 7 जुलाई को होगी सुनवाई

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(www.arya-tv.com) ज्ञानवापी को लेकर पर वाराणसी कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने केस से जुड़ी 7 याचिकाओं की एक साथ सुनवाई करने का फैसला किया है। सातों याचिकाओं की एक साथ सुनवाई 7 जुलाई को पहली बार होगी। ​​​​​जिला जज अजय कुमार विश्वेश ने सोमवार यानी 22 मई की डेट में फैसला सुनाया है।

सबसे पहले जानिए 7 याचिकाओं के बारे में जिसे कोर्ट ने क्लब किया है..

  1. लक्ष्मी देवी बनाम आदि विश्वेश्वर
  2. लक्ष्मी देवी बनाम मां गंगा
  3. लक्ष्मी देवी बनाम स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद
  4. लक्ष्मी देवी बनाम विश्वेश्वर
  5. लक्ष्मी देवी बनाम सत्यम त्रिपाठी
  6. लक्ष्मी देवी बनाम मां श्रृंगार गौरी
  7. लक्ष्मी देवी बनाम नंदी महराज​​​​​

    पिछले साल दिसंबर में पड़ी थी याचिका
    ज्ञानवापी से जुड़े शृंगार गौरी वाद की महिला वादिनियों (राखी सिंह, रेखा, सीता, मंजू, लक्ष्मी) ने पिछले साल दिसंबर में जिला जज की कोर्ट में एप्लिकेशन देकर 7 मामलों की सुनवाई एक साथ, एक ही कोर्ट में करने की मांग की थी। इसमें 6 सिविल जज सीनियर और 1 केस किरण सिंह की फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहा था। इस केस पर जिला जज की अदालत ने 17 अप्रैल को आदेश पारित किया था कि उनकी कोर्ट में सभी 7 मामलों की फाइलों को रखा जाए।

    इसके बाद 17 अप्रैल को कोर्ट के आदेश के बाद पहली बार 6 सिविल कोर्ट और एक फास्ट ट्रैक कोर्ट से सभी 7 याचिकाओं को निकाल एक साथ जिला जज के सामने रखा गया। कोर्ट ने सुनवाई के लिए 12 मई की नई तारीख दी। 12 को सुनवाई न हो पाने के बाद 16 मई, 19 मई और फिर 22 मई की तारीख दी थी।

  8.  केस राग-भोग, पूजा-दर्शन की मांग से जुड़े हैं
    जिन 7 मामलों को क्लब करने की सुनवाई हुई, उसमें शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की भी याचिका शामिल है। इसमें उन्होंने वुजूखाने में मिले कथित शिवलिंग को आदि विश्वेश्वर का सबसे पुराना शिवलिंग बताया था। जिनके राग-भोग, पूजा-दर्शन की मांग की गई है।