नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने सभी देशों की तरह भारत को भी अपनी चपेट में ले रखा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अब तक कोरोना के 42533 मरीज हो चुके हैं यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तक 1373 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं अच्छी खबर ये है कि 11707 मरीज ठीक भी हुए हैं।
भारत में इस महामारी को देखते हुए लॉकडाउन 3.0 लगाया गया है। वहीं कुछ राज्यों ने अपने यहां पर एहतियातन ऐसे जिलों को सील किया है जहां से कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। राज्य सरकारों ने जिलों में मामले की गंभीरता को देखते हुए इन्हें तीन अलग-अलग जोन में बांटने का काम किया है। इसकी सबसे बड़ी वजह इन्हें प्राथमिकता देना और पूरी निगरानी रखना है। इसके अलावा जोन में बांटने से इनकी पहचान करना भी आसान होता है।
जानें कैसे बांटे गए हैं जोन
ग्रीन जोन— जहां कोरोना का कोई मरीज नहीं मिला उसे ग्रीन जोन में तब्दील किया गया है ।21 दिन से जहां कोई नया मामला नहीं आया हो।
ऑरेंज जोन— जहां कोरोना मरीजों के कुछ मामले सामने आए हों। यहां वीकली मरीजों का रिव्यू होगा।
रेड जोन— जहां एक्टिव केस बहुत ज्यादा हैं उसे रेड जोन कहा गया है। दिल्ली के सभी 11 जिले जहां सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं उन्हें रेड जोन में रखा गया है। जहां मामले तेजी से दोगुने हो रहे हैं राज्य ने जिसे हॉटस्पॉट माना है।
कंटेनमेंट एरिया— जहां रेड जोन के सबसे ज्यादा मामले हैं जहां संक्रमण फैलने का जोखिम सबसे ज्यादा है।