विकास कार्यों में मिली भारी गड़बड़ियां:इंजीनियरों की निगरानी में ठेकेदार कर रहे थे घटिया निर्माण

# ## Kanpur Zone

(www.arya-tv.com) शहर में सड़क, नाली, फुटपाथ और इंटरलॉकिंग के कार्यों की गुणवत्ता जांचने निकले नगर निगम के चीफ इंजीनियर को भारी गड़बड़ियां मिलीं। निरीक्षण किए गए चार में से दो कार्यों में घटिया और मानक के विपरीत निर्माण पाया गया। इस मामले में जहां फर्म पर जुर्माने के आदेश दे दिया, वहीं जेई के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि देने के लिए शासन को भेजा।

अधिशाषी अभियंता को कारण बताओ नोटिस
जोन-3 के वार्ड नंबर 88 में आशीष बाजपेई के मकान से चौहान हॉस्पिटल तक 38.12 लाख से सड़क एवं फुटपाथ का निर्माण हो रहा है। यह ठेका अजय इंटरप्राइजेज को मिला है। 15वें वित्त आयोग से हो रहे इस कार्य में इंटरलॉकिंग मानक के विपरीत पाई गई।

इस मामले में जेई सिद्धार्थ कुमार सिंह को कठोर चेतावनी दी गई। प्रभारी अधिशासी अभियंता हरिजी वर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। ठेकेदार फर्म से 10 प्रतिशत कटौती दंड का प्रस्ताव किया गया।

GSB की जगह पत्थर की गिट्टी का यूज
ओ ब्लॉक सब्जी मंडी के प्लॉट नंबर 509 से साइड नंबर-1 तक मुख्य मार्ग पर बैंक के सामने फुटपाथ व नाली के साथ नाला सुधार हो रहा है। यह काम 39.01 लाख का है। यहां इंटरलॉकिंग व बेस में डालने के लिए GSB की जगह पत्थर की गिट्टी पाई गई। निर्देश दिया गया कि जीएसबी का ही इस्तेमाल किया जाए। केसा ऑफिस से साइड नंबर-1 तक 97.77 लाख से फुटपाथ व नाला का सुधार का काम मेसर्स सिकन्दर सप्लायर्स द्वारा किया जा रहा है।

बालू से जोड़ी जा रही थीं ईंटे
निरीक्षण में मुख्य अभियंता ने भार्गव अस्पताल के पास दीवार में घटिया ईंट का इस्तेमाल पाया। ईंट की जांच के लिए इंस्टु टेस्टिंग की गई। ब्रिक वर्क में मसाले में बालू का प्रयोग होता मिला। इस मामले में जेई सिद्धार्थ गौतम को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने की अनुशंसा की गई। प्रभारी अधिशासी अभियंता दिवाकर भाष्कर को सघन जांच कर 3 दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया। ये दोनों कार्य केडीए से हैंडओवर की गई धनराशि से कराए जा रहे हैं।