लखनऊ। आज जब पूरा देश चंद्रमा पर चंद्रयान-3 मिशन की सफलता का जश्न मना रहा है, तब सिटी मोन्टेसरी स्कूल भी इस हर्षोल्लास में शामिल होकर अपने दो छात्रों की बदौलत स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा है, जिन्होंने इस अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक मिशन में योगदान देकर लखनऊ का नाम रोशन किया है। इन छात्रों में सी.एम.एस. राजेन्द्र नगर एवं आर.डी.एस.ओ. कैम्पस के छात्र सौरभ कुमार मोहन एवं सी.एम.एस. इन्दिरा नगर एवं महानगर कैम्पस के छात्र अब्दुल्ला सुहैल शामिल हैं। इस अभूतपूर्व मिशन में डेटा वैज्ञानिक अब्दुल्ला सुहैल ने चंद्रयान-3 के लिए लैंडिंग स्थान का चयन करने वाली टीम में अपना दायित्व निभाया जबकि अंतरिक्ष वैज्ञानिक सौरभ कुमार मोहन ने मिशन के ऑपरेशनल मैनेजर के रूप में सफलतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन किया।
अंतरिक्ष वैज्ञानिक सौरभ कुमार मोहन ने अपनी सम्पूर्ण प्रारम्भिक शिक्षा सी.एम.एस. से ही पूरी की है। 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के तुरंत बाद सौरभ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) से जुड़ गये और इसरो के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, त्रिवेन्द्रम से बी.टेक किया। इसी प्रकार, सी.एम.एस. छात्र अब्दुल्ला ने 10वीं तक की पढ़ाई सी.एम.एस. इन्दिरा नगर कैम्पस से की और वर्ष 2007 में 12वीं की परीक्षा सी.एम.एस. महानगर कैम्पस से उच्चअंको से उत्तीर्ण की। इसके पश्चात कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बी.टेक. किया।आगे चलकर पीसीएस क्वालिफाई किया और फिर जेएनयू से एम.टेक/पीएचडी किया। इसके बाद, अब्दुल्ला का चयन इसरो में हो गया।सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने अब्दुल्ला सुहैल और सौरभ कुमार मोहन को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धि पर हार्दिक बधाई देते हुए देश की सेवा में उनकी और अधिक सफलता की कामना की।