अपनों की क्रूरता का शिकार बनी नाबालिग, खेलने-कूदने की उम्र में ही…पुलिस ने भी फेरा मुंह
(www.arya-tv.com) पिता शब्द सुनते ही एक ऐसे संरक्षक की छवि मन में उभरती है, जिनके रहते संतान पर किसी तरह की विपत्ती नहीं आ सकती है. यदि संतान किसी संकट में घिरता भी है तो पिता उसे उबार लेते हैं. उसे आंच नहीं आने देते हैं. लेकिन, इस दुनिया और समाज में अभी भी कुछ […]
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