सेंसेक्स के 60 हजार पार होने पर भी ‘बुल’ का रन बरकरार

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(www.arya-tv.com) सेंसेक्स के 60 हजार पार करने के बाद भी ‘बुल’ थकता नजर नहीं आ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह रैली जारी रहेगा। हालांकि, इस दौरान बाजार में बहुप्रतीक्षित करेक्शन भी देखने को मिल सकता है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के एमडी एवं सीईओ मोतीलाल ओसवाल कहते हैं, शेयरों का मूल्यांकन काफी ऊंचा हो गया है।

इस रैली में अब तक एक भी करेक्शन नहीं आया है। ऐसे में एक करेक्शन से इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि, करेक्शन आया तो भी आर्थिक गतिविधियों में सुधार और कंपनियों की आय में बढ़ोतरी के चलते बाजार में पॉजिटिव मोमेंटम बने रहने के आसार हैं। यानी बाजार में जारी बुल रन आगे भी बरकरार रहेगा।

आगे कैसा रह सकता है बाजार
बाजार में बुल रन जारी रहेगा। अगले कुछ साल तक सालाना 12-15% रिटर्न हासिल किया जा सकेगा। प्रमुख सूचकांक अगले 5 साल में डबल हो जाएंगे। शॉर्ट टर्म के लिए एक 10 से 15% का करेक्शन आ सकता है। पिछले 20 साल में सिर्फ 2 साल ऐसे रहे हैं, जब बाजार में 10 फीसदी का करेक्शन न आया हो।

ये घटनाएं डाल सकती हैं बाजार पर असर

  • सितंबर तिमाही के नतीजों पर नजर रहेगी। ये अच्छे रहे तो और तेजी आएगी, खराब रहे तो
  • सेंटिमेंट बिगड़ सकता है।
  • तेजी में बड़ा हाथ लिक्विडिटी का भी है। दुनियाभर के केंद्रीय बैंक लिक्विडिटी समेटने के संकेत देने लगे हैं।
  • एलआईसी और पेटीएम जैसे बड़े आईपीओ अभी आने हैं। ये कंपनियां बाजार के आकार में बड़ा इजाफा करेंगी।

रिस्क लेने की क्षमता है?
करेक्शन आएगा तो भी गिरावट लंबे समय तक नहीं रहेगी। इसलिए यदि आपके पास रिस्क लेने की क्षमता है तो बाजार में बने रहें। अच्छी कमाई हो सकती है।

रिस्क नहीं लेना चाहते?
जिन शेयरों से अच्छी कमाई हो चुकी है और जिनका वैल्यूएशन अधिक लग रहा है, उनमें मुनाफा वसूली कर सकते हैं। कुछ अच्छे शेयर खरीद भी सकते हैं।

इन रणनीतियों को अपनाकर करें कमाई

  • बाजार में करेक्शन आने पर घबराएं नहीं, निचले स्तर पर अच्छे शेयरों को खरीदते जाएं।
  • ऐसी कंपनियों के शेयर खरीदें जो फाइनेंशियल्स अच्छे हैं और अपने सेमगेंट में लीडर हैं।
  • पोर्टफोलियो में इक्विटी का वेटेज बढ़ गया हो तो उसे कम करके अन्य सेक्टर को बढ़ा लें।

एक्सपर्ट पैनल: प्रकाश दीवान, डायरेक्टर, अल्टामाउंट कैपिटल मैनेजमेंट, एस. रंगनाथन, रिसर्च हेड, एलकेपी सिक्युरिटीज, ज्योतिवर्धन जयपुरिया, एमडी, वैलेंटिस एडवायजर्स, विनोद नायर, रिसर्च हेड, जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज