(www.arya-tv.com) दुबई बेस्ड क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बायबिट को अब तक के सबसे बड़े क्रिप्टो हैक का सामना करना पड़ा है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हैकर्स ने लेनदेन के दौरान सिक्योरिटी प्रोटोकॉल्स का फायदा उठाते हुए 400,000 इथेरियम चुरा लिए, जिनकी कीमत लगभग 1.5 बिलियन डॉलर (13,000 करोड़ रुपये) है.
यूजर्स को दिया जाएगा फुल रिफंड
Bybit के सीईओ और फाउंडर बेन बेन झोउ ने कस्टमर्स को भरोसा दिलाया कि उनके पैसे सुरक्षित रहेंगे. कंपनी ने इससे प्रभावित हुए यूजर्स को मुआवजा देने के लिए एक रिफंड प्रोग्राम की भी शुरुआत की है. झोउ ने कहा, बायबिट अपनी कम्युनिटी की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और हम सभी प्रभावित उपयोगकर्ताओं को पूरा मुआवजा देंगे. बता दें कि बिटकॉइन के बाद दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम की कीमत हैक होने के बाद करीब 4 परसेंट तक गिर गई. शुक्रवार को इसकी कीमत 2,641.41 डॉलर थी.
बायबिट नहीं होगा दिवालिया: झोउ
सीईओ झोउ ने कहा कि बायबिट के पास क्लाइंट की 20 बिलियन डॉलर की संपत्ति है और दुनिया भर में इसके 60 मिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं. उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि भले ही चुराए गए फंड वापस न मिले, लेकिन कंपनी वित्तीय रूप से स्थिर है. उन्होंने कहा, अगर इस हैक से होने वाले नुकसान की भरपाई नहीं भी होती है, तो भी बायबिट सॉल्वेंट है. दरअसल, इस चोरी के बाद बायबिट के यूजर्स इस बात से घबरा गई कि कहीं कंपनी दिवालिया न हो जाए इसलिए लोगों ने हड़बड़ी में अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया। इस पर झोउ ने कहा, ”Bybit दिवालिया नहीं होगा. हम नुकसान की भरपाई कर देंगे.”
2022 में हुई थी सबसे बड़ी साइबर चोरी
बता दें कि इससे पहले सबसे बड़ी साइबर चोरी साल 2022 में हुई थी. इसका आरोप अमेरिका ने नॉर्थ कोरिया के हैकर ग्रुप लेजारस पर लगाया था. इस पर रोनिन नेटवर्क से 62.5 करोड़ डॉलर क्रिप्टो करेंसी चोरी का आरोप लगा.