(www.arya-tv.com) आगरा में डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विवि के बीएएमएस कॉपी मामले में बुधवार शाम को एटीएफ की टीम फिर से यूनिवर्सिटी पहुंची। टीम ने परीक्षा नियंत्रक से करीब 30 मिनट तक पूछताछ की। इसके बाद टीम वापस चली गई।
बीएएमएस की परीक्षा में कॉपी बदलने का मामला 27 अगस्त को सामने आया था। थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज हुआ। पुलिस ने टेंपो चालक देवेंद्र और डॉ. अतुल यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
एजेंसी के कार्यालय में रखी सौ कापियों की जांच में एक कालेज के 14 छात्रों की कापियों की लिखावट अलग-अलग मिली। इस पर पुलिस ने एक और मुकदमा लिखा। इधर, मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचने के बाद जांच एसटीएफ को दी गई है। एसटीएफ ने जांच शुरू कर दी है।
एसटीएफ के प्रभारी एसपी राकेश कुमार यादव बुधवार को दूसरी बार यूनिवर्सिटी पहुंचे। वो सीधे परीक्षा नियंत्रक ओमप्रकाश के आफिस में गए। उन्होंने करीब आधे घंटे तक परीक्षा नियंत्रक से पूछताछ की। इसके बाद वो वापस लौट गए।
परीक्षा नियंत्रक बोले, विवि कर रहा पूरा सहयोग
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि एसटीएफ की टीम की आरे से कुछ जानकारी की गई थी। उन्हें जानकारी दे दी गई है। विवि की ओर से जांच में एसटीएफ का पूरा सहयोग किया जा रहा है। विवि प्रशासन चाहता है कि इस प्रकरण में जो भी लिप्त हो उन पर कार्रवाई हो।
अभी गिरफ्त से दूर छात्र नेता
बीएएमएस प्रकरण में कॉपी बदलने वाले गैंग का सरगना आरोपी छात्र नेता राहुल पाराशर पुलिस और एसटीएफ की गिरफ्त से दूर है। आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर के लिए एप्लीकेशन भी डाली थी, लेकिन वो कोर्ट नहीं पहुंचा। आरोपी की तलाश में एसटीएफ लगातार दबिश दे रही है। उसके रिश्तेदारों से भी पूछताछ की गई है।
40 लोगों की बनाई सूची
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, कापियां बदलने वाला पूरा गैंग कार्य कर रहा था। इसमें छात्र नेता के अलावा विश्वविद्यालय से जुड़े कर्मचारी, अधिकारी और एजेंसी के कर्मचारियों की संलिप्तता की जानकारी मिली है।
इस संबंध में एसटीएफ साक्ष्य संकलन करने में लगी है। एसपी एसटीएफ राकेश कुमार यादव ने बताया कि 40 से अधिक के बारे में जानकारी मिली है। इसमें करीब 30 लोग विश्वविद्यालय से जुडे़ हुए हैं। अब एसटीएफ एक-एक की कुंडली खंगाल रही है।