मराठा आरक्षण आंदोलन में ‘मुंबई की घेराबंदी’का ऐलान, मनोज जरांगे-पाटिल की ‘गुप्त मंशा’ से टेंशन में एकनाथ शिंदे सरकार

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(www.arya-tv.com) महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार (Maharashtra Eknath Shinde Government) के लिए नया साल टेंशन लेकर आने वाला है। क्योंकि मराठा आरक्षण आंदोलन (Maratha Reservation Protest) इस बार नए तरीके से करने का प्लान बनाया जा रहा है।

मराठा आंदोलन की अगुवाई कर रहे शिवबा संगठन के नेता मनोज जरांगे-पाटिल (Manoj Jarange Patil) ने मुंबई की ‘घेराबंदी’ करने का ऐलान किया है। मनोज जरांगे-पाटिल ने राज्य के सभी मराठों से आह्वान किया कि वे अपने बच्चों के भविष्य की खातिर अपने घरों से बाहर निकलें… मुंबई की ओर चलें…।

मनोज जरांगे के तेवर से साफ है कि वह दिल्ली में हुए किसान आंदोलन की तर्ज पर महाराष्ट्र सरकार से अपनी बात मनवाना चाहते हैं। इसके लिए ही उन्होंने मुंबई की चारों ओर से घेराबंदी करने का प्लान बनाया है। उधर, लोकसभा 2024 के चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक हलकों में चिंताएं पैदा हो गईं।

सरकार हमें कोटा नहीं देगी​

मीडिया से बात करते हुए मनोज जरांगे पाटिल ने कहा कि मराठा आरक्षण देने की समय सीमा 24 दिसंबर को समाप्त हो गई थी, लेकिन राज्य सरकार अब तक इस मुद्दे पर उदासीन बनी हुई है। पाटिल ने सीधे तौर से दावा किया कि हम जानते हैं कि सरकार हमें कोटा नहीं देगी…

सरकार अपना काम कर रही है। हम अपना काम कर रहे हैं। उन्होंने दोहराया कि मराठा और कुनबी (ओबीसी) जातियां एक ही हैं। इस आशय के लाखों ऐतिहासिक साक्ष्य और प्रमाण पत्र भी अलग-अलग जिलों में पाए गए हैं।

​मराठा और कुनबी एक ही हैं​

जरांगे-पाटिल ने कहा कि हम लगातार कहते रहे हैं कि मराठा और कुनबी एक ही हैं… इसलिए हमें कुनबी (ओबीसी) जाति से कोटा दिया जाना चाहिए। यदि आरक्षण 50 प्रतिशत की सीमा को पार कर जाता है तो क्या कोई आरक्षण रुक जाएगा।

उन्होंने घोषणा की कि अब पीछे हटने का सवाल ही नहीं है… यह हमारी अगली पीढ़ियों के भविष्य की रक्षा के लिए है… सभी (मराठा) अपने घरों से बाहर आएं और मुंबई की ओर चलें…।

​मुंबई पर घेराबंदी करने की योजना​

उनके सहयोगियों ने कहा कि पहले की घोषणाओं के अनुसार जरांगे-पाटिल एक करोड़ मराठों को लाने के प्रयासों के साथ मुंबई पर ‘घेराबंदी’ करने की योजना बना रहे हैं, जो पूरे राज्य से मार्च करेंगे और जनवरी 2024 की शुरुआत में देश की वाणिज्यिक राजधानी के बाहरी इलाके में बैठेंगे।