नई दिल्ली। आतंकवाद को लेकर मोदी सरकार सख्त रुख अपना रही है। शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में कहा कि अगर कुछ नहीं करोगे तो कुछ नहीं होगा। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता।
शाह ने कहा कि यूएपीए कानून में मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आतंकी घोषित करने की तय प्रक्रिया होती है। यूएपीए कानून हम लेकर नहीं आए। ये 1967 में लाया गया। ये कानून आतंकवाद और नक्सलवाद पर नकेल कसने के लिए है ।
शाह ने कहा कि आतंकवादी इंसानियत के खिलाफ हैं इसलिए इसके लिए जो भी काननू आता है हमें उसका समर्थन करना चाहिए।