-Edited by Jai Kishan
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए हुए ढाई महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है। पाकिस्तान लगातार अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर इस मसले को उठाकर अपनी फजीहत कराता रहा है। हर मंच पर उसे सिर्फ नाकामी ही मिली है। यहां तक की चीन और अमेरिका तक ने उसका साथ नहीं दिया। लगभग सभी देश इसे दो लोगों का आपसी मामला बताते रहे हैं।
इन सब के बीच एक बार फिर अमेरिका ने अनुच्छेद 370 पर भारत का समर्थन किया है। ट्रंप ने कहा कि भारत के द्वारा जम्मू-कश्मीर पर जो भी फैसला लिया गया है अमेरिका उसका समर्थन करता है। हालांकि, अमेरिका की ओर से जम्मू-कश्मीर में लगी पाबंदियों पर चिंता भी जताई गई है।
क्या कहा एलिस वेल्स ने
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के दक्षिण एशिया डिपार्टमेंट की असिस्टेंट सेक्रेटरी एलिस वेल्स ने कहा है कि भारत ने अनुच्छेद 370 हटाने के पीछे अपना तर्क दिया है कि जम्मू-कश्मीर में विकास की रफ्तार
बढ़ेगी। साथ ही कई कानूनों को लागू किया जा सकता है।
जल्द खत्म होनी चाहिए पाबंदियां
एलिस वेल्स ने कहा हम भारत के तर्कों का सम्मान करते हैं और भारत के फैसले का समर्थन करते हैं। अमेरिका इन हालातों पर नज़र बनाए हुए है उम्मीद है कि अभी जो पाबंदियां लगी हुई हैं वह जल्द ही खत्म हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि भारत को सभी फैसले मानवाधिकार के आधार पर लेने चाहिए। जल्द ही इंटरनेट और फोन सुविधाए को जल्द शुरू करना चाहिए।
आपको बता दें कि 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म किया था। साथ ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था। इसी बात को लेकर दुनियाभर में चर्चा है। मोदी सरकार की ओर से जबसे ये फैसला लिया गया है तो पाकिस्तान को काफी मुसीबत हुई है। पाकिस्तान लगातार इस मसले को दुनिया के सामने उठा रहा है, लेकिन अधिकतर देशों ने इस मसले पर भारत के फैसले का समर्थन किया है और इसे भारत का आंतरिक मामला बताया है। पाकिस्तान की ओर से कश्मीर के मसले पर अपने देश में कई तरह के प्रदर्शन भी किए गए थे।