(www.arya-tv.com)आलिया भट्ट ने हाल ही में अपने करियर और वर्क लाइफ बैलेंस को लेकर बात की। इस दौरान एक्ट्रेस ने कहा एक समय ऐसा भी था जब वह काम के लिए अपना फैमिली टाइम और नींद तक के लिए समझौता करने को तैयार थीं। लेकिन, अब वह ऐसा नहीं सोचती हैं। एक्ट्रेस ने इस बीच बीते एक दशक में अपनी लाइफ में आए बदलावों के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि किसी शख्स ने उनसे कहा था कि वो एक अच्छी मां, या अच्छी बेटा या अच्छी एक्ट्रेस नहीं बन सकतीं। उन्होंने कहा कि बेस्ट होना वाकई कठिन है… आलिया ने यह भी कहा कि वो कभी भी फैमिली के लिए काम करना नहीं छोड़ेंगी।
मैं हर तरह के सेक्रिफाइस करने के लिए तैयार थी- आलिया
आलिया ने इंडस्ट्री में अपने शुरुआती समय को याद करते हुए बताया कि कैसे समय के साथ-साथ उनका काम उनकी प्रायोरिटी बनता गया। उन्होंने कहा- ‘जैसे-जैसे मैंने सिनेमा में एक दशक पार किया, चीजें डेवलप होती गईं। हालांकि इस दशक में मेरी जिंदगी में काफी बदलाव आया है। मुझे लगता है कि एक समय था जब मैं हर तरह के सेक्रिफाइस करने के लिए तैयार थी। नींद का, अपने परिवार के साथ समय का। उस वक्त मेरे जीवन में बस दो चीजें काम करना और शूटिंग करना थीं।
बेशक काम करना कभी न छोड़ें, लाइफ में बैलेंस लाएं
आलिया ने आगे कहा- ‘लेकिन अब मेरा एक परिवार है…मेरी एक बेटी है। मेरा एक पति है। कभी-कभी मुझे ऐसा लगता है कि यह सभी 10 साल मैंने अपने माता-पिता, अपनी बहन और अपने दोस्तों के साथ नहीं बिताए। लेकिन अब मैं चाहती हूं कि ऐसा कर सकूं।’ वर्क लाइफ बैलेंस के बारे में बात करते हुए आलिया ने आगे कहा- बेशक काम करना कभी न छोड़ें, लेकिन कोशिश करें और लाइफ में बैलेंस लाएं।
किसी ना किसी चीज को लेकर कॉम्प्रोमाइज जरूर करना होगा
आलिया ने आगे काम और पर्सनल लाइफ में तालमेल बिठाने पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा- ‘बैलेंस हमेशा एक जैसा नहीं हो सकता है। आपको हमेशा किसी ना किसी चीज को लेकर कॉम्प्रोमाइज जरूर करना होगा। अगर आप ऐसा सोचते हैं कि आप एक वक्त पर सभी चीजें कर सकते हैं, शायद आप सभी चीजें कर भी लें। लेकिन इससे आपकी मेंटल पीस जरूर सफर करेगा।
‘मेरे साथ अक्सर ऐसा होता है, क्योंकि मैं हर जगह पर मौजूद रहना चाहती हूं…और मैं प्रोफेशनल तौर पर भी हमेशा एक्टिव रहना चाहती हूं। लेकिन इन सभी चीजों के बीच मैं अपने लिए समय नहीं निकाल पाती हूं। इसलिए मुझे लगता है कि हमें सबसे पहले अपनी प्रायोरिटीज के बारे में सोचना चाहिए।’