बच्चों की तस्करी कर मदरसा ले जा रहा था अब्दुल:प्रयागराज DM को CWC ने भेजी रिपोर्ट, 4 लोग मिले संदिग्ध

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(www.arya-tv.com)  प्रयागराज जंक्शन पर जिन बच्चों को मानव तस्करी की आशंका पर RPF ने महानंदा एक्सप्रेस से संदिग्ध अवस्था में पकड़ा उन्हें जबरन मदरसा ले जाया जा रहा था। इन सबका मास्टर माइंड मौलाना अब्दुल रब है। जो 21 बच्चों को मदरसे में काम कराने के लिए ले जा रहा था। मो.रब और उसके साथियों का बुधवार को स्टेशन पर नमाज पढ़ते हुए वीडियो सामने आया था।

बच्चों की तस्करी के मामले में अब्दुल रब समेत 4 लोगों की भूमिका संदिग्ध है। जिसकी रिपोर्ट CWC (बाल कल्याण समिति) की ओर से डीएम को भेज दी गई है। CWC की ओर से कहा गया कि इन चारों लोगों से कड़ाई से पूछताछ की जाए। रेलवे स्टेशन के वेटिंग हॉल में इन लोगों के द्वारा नमाज पढ़ने का वीडियो भी सामने आया था।

पश्चिम बंगाल के सरकारी स्कूल में पढ़ते थे बच्चे
बच्चों से अकेले में पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि वह सभी बिहार और पश्चिम बंगाल के सरकारी स्कूलों में पढ़ते थे। उनका नाम वहां से कटवाकर अब्दुल उन्हें मदरसा ले जाया जा रहा था। बच्चों को सुख सुविधाओं का लालच दिया गया था।

बच्चों को ले जाने वाले सीतापुर निवासी मौलाना अब्दुल रब और बिहार के मो. वासिल समेत चार को हिरासत में लिया गया है। शुक्रवार देर रात RPF की तहरीर पर GRP ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।

बच्चों के परिजनों की नहीं थी सहमति
बाल कल्याण समिति ने बच्चों से बातचीत की तो पता चला कि सभी को जबरन ले जाया जा रहा है। उनके परिवार से कोई अनुमति नहीं ली गई है। समिति के पदाधिकारियों ने सभी बच्चों का बयान लिया है। पूछताछ में पता चला कि 21 में 15 बच्चों को फतेहपुर के मोहम्मद गौती जामिया मदरसा ले जाया जा रहा था। अन्य बच्चों को दिल्ली मजदूरी कराने के लिए भेजा जा रहा था। इसमें दो बच्चे आदिवासी भी हैं जो बिहार और बंगाल के रहने वाले हैं।

मो. वासिल मदरसा में ले चुका है तालीम
मो. वासिल ने सभी बच्चों को एकत्रित करके मौलाना मो. अब्दुल रब को दिया। इसमें एहतेशाम की भूमिका भी संदिग्ध है। बच्चों को पहले बहला फुसलाता है फिर उसे बाहर चलने के लिए तैयार करता है। फिर मास्टर माइंड मो. रब उसे अपने हिसाब से अलग अलग जगहों पर भेजता है। साजिश में शामिल वासिल भी फतेहपुर में मो. रब के मदरसे में तालीम ले चुका है।

तीन बच्चों को शिशु गृह में रखा गया
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अखिलेश मिश्रा बताते हैं कि 18 बच्चों को राजरूपपुर के राजकीय बाल गृह भेजा गया। जबकि तीन बच्चों की उम्र 10 साल से कम होने पर उन्हें खुल्दाबा के शिशु गृह में रखा गया है। बाल कल्याण समिति की ओर से इन बच्चों के परिजनों को सूचना दी गई है। पूछताछ के बाद इन बच्चों को उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा।

सामूहिक नमाज पढ़ने के मामले में जांच शुरू
प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक वेटिंग हॉल में सामूहिक नमाज पढ़ने के मामले में जांच शुरू हो गई है। एसपी जीआरपी सिद्धार्थ शंकर मीणा ने बताया कि जीआरपी और आरपीएफ की टीम काे जांच के लिए लगाया गया है। रिपोर्ट आने पर अगली कार्रवाई की जाएगी।