(www.arya-tv.com)धक-धक गर्ल के नाम से मशहूर एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित ने हाल ही में अपना ओटीटी डेब्यू किया। उन्होंने ‘द फेम गेम’ से ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कदम रखा, जिसमें वह एक प्रसिद्ध बॉलीवुड स्टार (अनामिका आनंद) की भूमिका में नजर आईं हैं। इस सीरीज में ग्लैमर की चकाचौंध दुनिया के पीछे छिपा अंधेरा और बॉलीवुड सेलिब्रिटीज के निजी और पारिवारिक जीवन को दिखाने की कोशिश भी की गई है। वहीं माधुरी दीक्षित की माने तो वे अपने इस ओटीटी डेब्यू प्रोजेक्ट पर मिले ऑडियंस के रिस्पांस से काफी संतुष्ट है।
सीरीज के एक सीन में माधुरी का किरदार एक युवा एक्टर का मजाक उड़ाता है। वह यही कहती नजर आती हैं कि यंग एक्टर्स को टैलेंट की नहीं बल्कि स्टाइलिस्ट, ट्रेनर्स और PR की जरूरत है।
इस सीरीज में बहुत सारी ऐसी बातें हैं, जिसमें पूरी तरह से सच्चाई दिखाई गई
जब फिल्ममेकर श्री राव मेरे पास इस सीरीज की स्क्रिप्ट लेकर आए तो उन्होंने कहा कि मैंने आपको नजर में रखकर इसकी स्क्रिप्टिंग की है। उनकी इस बात से ही मेरी दिलचस्पी बढ़ गई। जब उन्होंने मुझे इसकी कहानी सुनाई तो पहले ही बार में मैंने इसे करने का फैसला ले लिया था। सबसे अच्छी बात ये थी कि इसमें मिस्ट्री के साथ-साथ फैमिली ड्रामा भी है, जिसे मैं पर्सनली काफी पसंद करती हूं। इस सीरीज में बहुत सारी ऐसी बातें हैं, जिसमें पूरी तरह से सच्चाई दिखाई गई है। बतौर परफॉर्मर, मैं इसे एक चैलेंज की तरह देख रही थी। फिर जब नेटफ्लिक्स और धर्मा प्रोडक्शन का साथ मिला तो लगा मानो इससे बेहतर सेटअप मिल ही नहीं सकता (मुस्कुराते हुए) बस, तुरंत हामी भर दी।
मुझे यकीन था की इसे पॉजिटिव रिस्पांस मिलेगा और वही हुआ
जब बिग स्क्रीन पर इस सीरीज को देखा तो बहुत संतुष्टि महसूस हुई। मानो जैसे कोई फिल्म बड़े बर्डे पर देख रहे हैं। सीरीज देखने के दौरान, ख्याल आता था कि ये ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए नहीं बल्कि बड़े पर्दे के लिए बनाई गई है। हर फ्रेम में रिचनेस दिख रहा था। मुझे यकीन था कि इसे पॉजिटिव रिस्पांस मिलेगा और वही हुआ भी (मुस्कुराते हुए) इस जनरेशन के एक्टर्स को स्टार बनने के लिए एक पुरे गांव की जरूरत है।
प्रमोशन के लिए हमारे आसपास इतने लोग नहीं होते थे
जब फिल्म इंडस्ट्री में मेरी शुरुआत हुई थी, तब प्रमोशन के लिए हमारे आसपास इतने लोग नहीं होते थे। उस वक्त कुछ गिने-चुने मैगजीन, न्यूजपेपर हुआ करते थे। मेकर्स फिल्म और उनके गानों के कुछ ट्रेलर बना देते थे और फिल्म रिलीज हो जाती थी। फिल्म रिलीज का बहुत सिंपल हुआ करता था, लेकिन आज का दौर तो इससे बिलकुल विपरीत है। अब इतने सारे मध्यम आ गए हैं कि आपको हर मध्यम के लिए अलग-अलग टीम की जरूरत होती है। जाहिर है ये टीम की पूरी कोशिश होती है कि वे आपको हर प्लेटफॉर्म पर प्रमोट करें। अब एक्टर्स को बड़ी-बड़ी टीम की काफी जरूरत है, नहीं तो वे पागल हो जाएंगे। इसलिए मैं कहती हूं कि इस जनरेशन के एक्टर्स को स्टार बनने के लिए एक पुरे गांव की जरूरत है (हंसते हुए) मुझे न्यूकमर्स पर बहुत दया भी आती है, लेकिन क्या करें, ये सब करना तो होगा ही, मैं भी कर रही हूं मेरी भी टीम बढ़ गई है (मुस्कुराते हुए)।
सभी की अपनी-अपनी जर्नी है और सभी की जर्नी काफी इंटरेस्टिंग है
आज के जनरेशन के एक्टर्स को देखकर बहुत गर्व महसूस करती हूं। जिस तरह से आलिया भट्ट, दीपिका पादुकोण, कंगना रनोट और प्रियंका चोपड़ा अपने टैलेंट को एक्स्प्लोर कर रही हैं, वह वकाई में काबिले तारीफ है। सभी की अपनी-अपनी जर्नी है और सभी की जर्नी मुझे काफी इंटरेस्टिंग लगती है। उनकी मेहनत स्क्रीन पर दिखती है। मैं दिल से चाहती हूं कि ये सब एक्ट्रेसेस अपने करियर में आगे बढ़ें।
ओटीटी में आपको काफी स्पेस मिलता है
जब सिनेमा के लिए आप कुछ करते हैं तो आपको दो घंटे के अंदर अपनी कहानी ऑडियंस तक पहुंचानी होती है। लेकिन ओटीटी में आपको काफी स्पेस मिलता है। लीड किरदार के अलावा छोटे-छोटे किरदारों को एक्स्प्लोर करने का भी मौका मिलता है। वेब सीरीज की सबसे अच्छी बात ये होती है कि ऑडियंस को हर किरदार से लगाव हो जाता है। बतौर आर्टिस्ट, मैं अपनी कला दिखाने के लिए सिर्फ एक प्लेटफॉर्म तक सिमित नहीं रहना चाहती। हालांकि, फिलहाल मुझे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर परफॉर्म करने में काफी मजा आ रहा है।