कानपुर (www.arya-tv.com) पत्नी आंचल खरबंदा की संदिग्ध हालातों में मौत के मामले में जेल में बंद रसोई मसाला कारोबारी सूर्यांश खरबंदा की कंपनी के खाते से 83.98 लाख रुपये निकल गए। कंपनी के अकाउंटेंट ने थाना नजीराबाद में अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। साइबर ठगों ने यह धनराशि कई बार में चेक व एटीएम कार्ड के माध्यम से निकाली। आरोप है कि जिस तरह से पैसे निकाले गए, उसमें बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका है।
रसोई मसाला के कारोबारी सूर्यांश खरबंदा को पुलिस ने 20 नवंबर, 2021 को पत्नी आंचल की मौत के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। सूर्यांश की मां निशा खरबंदा भी इस मामले में जेल में बंद हैं और वर्तमान में इलाज के चलते एलएलआर अस्पताल (हैलट) में भर्ती है। सूर्यांश की मेसर्स आक्सो इंपैक्स के नाम से कंपनी है। कंपनी के अकाउंटेंट बेनाझाबर निवासी रमेश शुक्ला की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे के मुताबिक, कंपनी का एडवांटेज करंट स्कीम के तहत बैंक आफ बड़ौदा की अशोक नगर शाखा में खाता है।
सूर्यांश के जेल जाने से पहले 20 नवंबर, 2021 को इस बैंक खाते में 1.15 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि थी। 11 फरवरी को कंपनी के कार्यालय में आइसीआइसीआइ बैंक के ओवरड्राफ्ट विभाग के कर्मचारी प्रशांत कुमार आए। प्रशांत ने जानकारी दी कि पिछले दिनों कंपनी के बैंक आफ बड़ौदा और आइसीआइसीआइ बैंक अकाउंट से जमकर पैसा निकाला जा रहा है। इसके बाद जब पड़ताल शुरू की तो सामने आया कि साइबर ठगों ने बैंक आफ बड़ौदा की चेक व एटीएम कार्ड के माध्यम से 83.98 लाख रुपये निकाल लिए हैं।
आइसीआइसीआइ बैंक भी सवालों के घेरे में : अकाउंटेंट के मुताबिक, चेक से लाखों रुपयों को सूर्यांश खरबंदा के आइसीआइसीआइ बैंक के व्यक्तिगत खाते में डाला गया और बाद में एटीएम कार्ड का प्रयोग करते हुए पैसा निकाला गया। सूर्यांश ने इस बैंक खाते के लिए एटीएम कार्ड लिया नहीं था। एटीएम कार्ड सूर्यांश के जेल जाने के बाद निर्गत हुआ। घर के पते पर एटीएम कार्ड नहीं आया।
सीसीटीवी खोलेगा लाखों की धोखाधड़ी का राज : एटीएम कार्ड से निकाले गए रुपये को लेकर अकाउंटेंट ने पुलिस से निवेदन किया है कि वहां के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जाएं, जहां से पैसे निकाले गए हैं। सीसीटीवी फुटेज में पैसा निकालने वाला जरूर कैद हुआ होगा। इस लिहाज से सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित कराने का अनुरोध भी पुलिस से किया गया है।
यह उठ रहे सवाल
-ठगी का यह सारा खेल कैसे हुआ?
-क्या आइसीआइसीआइ बैंक के कर्मचारी भी मिले थे?
– क्या साइबर ठगों ने डुप्लीकेट सिम कार्ड निकालकर एटीएम कार्ड लिया?
– अगर एटीएम कार्ड जारी हुआ तो साइबर ठगों के हाथ में कैसे पहुंच गया?
– चेक से 83 लाख लाख रुपये सूर्यांश के आइसीआइसीआइ बैंक खाते में डाले गए और बाद में एटीएम कार्ड का प्रयोग करके नकदी निकाली कैसे निकाल ली गई?
-मामला बेहद गंभीर है। कंपनी के अकाउंटेंट की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।