(www.arya-tv.com) कृषि कानूनों को विरोध कर रहे किसानों ने किसान आंदोलन बृहस्पतिवार को समाप्त करने का ऐलान कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बार्डर पर अहम बैठक के बाद किसान आंदोलन का स्थगित कर फैसला लिया है। इसके साथ 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की समीक्षा बैठक होनी है।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार ने किसानों की बातें नहीं मानीं तो भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैट फिर से आंदोलन शुरू कर सकते हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने बैठक के बाद बताया कि 11 दिसंबर से चरणबद्ध तरीके से किसानोें की वापसी होगी। इसके तहत दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बार्डर (कुंडली बार्डर) शंभु बार्डर तक जुलूस के रूप में किसान प्रदर्शनकारी जाएंगे। इसके बीच में करनाल में पड़ाव हो सकता है। प्रदर्शनकारियों की वापसी के दौरान हरियाणा के किसान पंजाब जाने वाले किसानों पर जगह-जगह पुष्प वर्षा करेंगे।
15 जनवरी को दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा की समीक्षा बैठक होगी। इस मौके पर किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा, हर माह होगी समीक्षा। यदि सरकार अपने वादे से मुकरी तो फिर आंदोलन शुरू करेंगे।
वहीं, मिली जानकारी के मुताबिक, सिंघु बार्डर (कुंडली बार्डर) पंजाब-हरियाणा से शंभु बार्डर तक फतह मार्च निकाला जाएगा। मोर्चा किस तरह वापसी करेगा, कहां-कहां इनका पड़ाव और कैसे व्यवस्था होगी? इस पर भी मंथन किया गया है और जल्द ही इसे सार्वजनिक किया जाएगा।